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सेविका-सहायिका के रिक्त पदों पर चयन का कार्य अविलंब करें पूर्ण : डीएम

बेगूसराय। डीएम अरविद कुमार वर्मा ने जिले में रिक्त पड़े आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका के पद पर अविलंब चयन करने का निर्देश बाल विकास परियोजना के अधिकारियों को दिया है। वे शुक्रवार को समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में बाल विकास परियोजना की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 06:01 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 06:01 PM (IST)
सेविका-सहायिका के रिक्त पदों पर चयन का कार्य अविलंब करें पूर्ण : डीएम
सेविका-सहायिका के रिक्त पदों पर चयन का कार्य अविलंब करें पूर्ण : डीएम

बेगूसराय। डीएम अरविद कुमार वर्मा ने जिले में रिक्त पड़े आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका के पद पर अविलंब चयन करने का निर्देश बाल विकास परियोजना के अधिकारियों को दिया है। वे शुक्रवार को समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में बाल विकास परियोजना की बैठक को संबोधित कर रहे थे। जानकारी दी गई कि जिले में सेविका के लिए 86 एवं सहायिका के लिए 94 पद रिक्त है। बैठक में उन्होंने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान परियोजना से संबंधित 429 वाद व परिवादों के लंबित रहने पर उन्होंने असंतोष जताया। वादों व परिवादों की नियमित सुनवाई करते हुए अगली बैठक से पूर्व सभी मामलों के निष्पादन का निर्देश उन्होंने दिया। बीते पांच माह में साहेबपुर कमाल, नावकोठी, खोदावंदपुर, छौड़ाही, मंसूरचक एवं गढ़पुरा के सीडीपीओ द्वारा एक भी मामले का निष्पादन नहीं किए जाने पर उन्होंने खेद प्रकट किया। उन्होंने सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका को आंगनबाड़ी ऐप के माध्यम से केंद्रों का नियमित रूप से निरीक्षण करने का निर्देश भी दिया। डीएम ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना एवं मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लंबित मामलों के निष्पादन का भी निर्देश दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत 205 द्वितीय इंस्टालमेंट, 3471 तीसरे स्टालमेंट तथा स्वीकृति के लिए लंबित 512 मामलों का अगली बैठक से पूर्व निष्पादन करने का निर्देश दिया। उन्होंने न्यायालय के लंबित मामलों, सेवांत लाभ आदि से संबंधित लंबित मामलों के निष्पादन का भी निर्देश दिया। मनरेगा के सहयोग से होने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण के लिए उन्होंने संबंधित सीओ एवं मनरेगा के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कार्य में प्रगति लाने का निर्देश भी दिया।

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3230 आंगनबाड़ी केंद्र क्रियाशील है : जिले में स्वीकृत कुल आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 3351 है। इसमें से वर्तमान में 3230 आंगनबाड़ी केंद्र क्रियाशील है। बाल विकास परियोजना के डीपीओ रचना सिन्हा ने कहा कि कुल 419 आंगनबाड़ी केंद्रों को अपना भवन है, जबकि 2295 केंद्र किराए के भवन तथा 407 केंद्र अन्य सरकारी भवन में संचालित है। विद्यालय में उपलब्ध आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 109 है। जिले के 3230 आंगनबाड़ी केंद्रों पर शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था है। बैठक में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी भुवन कुमार समेत सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिकाएं आदि उपस्थित थे।


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