राजनीति सामाजिक सरोकारों के लिए होनी चाहिए : राकेश सिन्हा
बेगूसराय । राजनीति सामाजिक सरोकारों के लिए होनी चाहिए। राजनीतिक सुचिता कायम रखने के लिए राजनीतिक कार
बेगूसराय । राजनीति सामाजिक सरोकारों के लिए होनी चाहिए। राजनीतिक सुचिता कायम रखने के लिए राजनीतिक कार्यकर्ता का जीवन सामान्य लेकिन उनके गुण असामान्य होना अनिवार्य है। उक्त बातें संघ विचारक सह सांसद राकेश सिन्हा ने शहर के अलका सिनेमा हॉल में पीएम मोदी के बचपन की घटनाओं पर आधारित टेली फिल्म चलो जीते है का प्रदर्शन देखने के बाद कही। फिल्म के विभिन्न दृश्यों के दौरान हॉल में बैठे दर्शक की आखें नम होती रही। फिल्म में गरीबी, छुआछूत जातिवाद, प्रदूषण, व्यसनों समेत अन्य कुरितियों के सजीव चित्रण ने लोगों को देश के लिए जीने की प्रेरणा दी। फिल्म में विवेकानंद के विचारों से प्रभावित नरेन्द्र नामक एक बालक इस सवाल का जवाब खोजता है कि मैं किसके लिए जी रहा हूं। इस सवाल का जवाब वह अपने गुरु, अभिभावक, ग्राहक समेत हर किसी से पूछता है। अंत में नरेन्द्र के गुरु ही उसकी जिज्ञासा का शांत करने को ले भगत ¨सह, सुखदेव समेत कई क्रांतिकारी युवाओं का उदाहरण देते हुए उसे देश के लिए जीने की शिक्षा देते हैं। प्रदर्शन को लकर तय समय से पूर्व ही संघ विचार परिवार के युवा और अन्य कार्यकर्ता उत्साहित दिखे। हालांकि सांसद की व्यस्तता के कारण विलंब से शुरू हुए प्रदर्शन के दौरान सिनेमा हाल में खामोशी छायी रही। फिल्म के विभिन्न दृश्यों के दौरान कार्यकत्ताओं की आखें नम दिखी। प्रदर्शन समारोह का उद्घाटन सांसद श्री ¨सहा ने फीता काट कर किया मौके पर मेयर उपेन्द्र प्रसाद ¨सह, कार्यक्रम प्रभारी भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ट के प्रदेश संयोजक कुंदन कुमार, शिक्षाविद सह भाजपा नेता सर्वेश कुमार, अमरेन्द्र कुमार ¨सह उर्फ लल्लू बाबु, वनवासी कल्याण आश्रम के शंभू कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय ¨सह ने सांसद का स्वागत फूल माला व चादर भेंट कर की।
सांसद समेत अन्य ने ली मोदी टी स्टाल के चाय की चुस्की
इस दौरान सिनेमा हाल में मोदी टी स्टाल का प्रबंध देख सांसद ने खुद अपने हाथों से चाय बांटी और कार्यकर्ताओं के साथ चाय की चुस्की ली। इस मौके पर भाजपा महामंत्री कृष्ण मोहन पप्पु, मिथिलेश ¨सह, मीडिया प्रभारी शुभम कुमार, ब्रजेश कुमार, विनय कुमार समेत बड़ी संख्या में आरएसएस विचार परिवार के कार्यकर्ता मौजूद रहे।