हैवानियत: हाथ-पैर तोड़कर किशोर को काट डाला, निकाल दी दोनों आंखें
बिहार के बेगूसराय में अपराधियों ने एक नाबालिग छात्र की हत्या कर दी। हत्या के बाद उसकी दोनों आंखें निकाल दीं। घटना के पीछे शराब माफिया का हाथ बताया जा रहा है।
By Ravi RanjanEdited By: Published: Sun, 25 Mar 2018 04:02 PM (IST)Updated: Mon, 26 Mar 2018 08:45 PM (IST)
style="text-align: justify;">बेगूसराय [जेएनएन]। बिहार के बेगूसराय जिले में अपराधियों ने हैवानियत की हद पार करते हुए एक नाबालिग की हत्या की। उसके हाथ-पैर तोड़े, फिर मार डाला। इतने से भी जी नहीं भरा तो उसकी दोनों आंखें निकाल लीं। घटना जिले के सिंघौल थाना क्षेत्र के कमरुद्दीन पुर की है। रविवार को उसका शव बरामद किया गया।
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने रविवार को 14 वर्षीय किशोर का शव कमरुद्दीनपुर गांव के दक्षिण बहियार से बरामद किया। पहचान कमरुद्दीनपुर निवासी चुनचुन यादव के पुत्र आदित्य कुमार के रूप में हुई है। एसपी आदित्य कुमार ने बताया कि आदित्य नवम वर्ग का छात्र था। शनिवार की शाम वह घर से जलावन की लकड़ी लाने गया था। रात भर घर नहीं लौटा। रविवार की सुबह घर से कुछ दूरी पर लोगों ने भूसे के नीचे आदित्य का शव देखा और पुलिस को इसकी सूचना दी।
सिंघौल ओपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेना चाहा तो आक्रोशित लोग हत्यारों की गिरफ्तारी एवं परिजन को उचित मुआवजा देने की मांग करने लगे। बाद में मुफस्सिल थानाध्यक्ष लालमोहन सिंह समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे तथा लोगों को समझाकर शांत कराया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। आदित्य की मौत से उसके घर में कोहराम मच गया। वह माता-पिता का सबसे बड़ा पुत्र था। धारदार हथियार से हत्या से पूर्व उसे बुरी तरह पीटा गया जिससे उसके हाथ-पांव टूट गए थे।
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने रविवार को 14 वर्षीय किशोर का शव कमरुद्दीनपुर गांव के दक्षिण बहियार से बरामद किया। पहचान कमरुद्दीनपुर निवासी चुनचुन यादव के पुत्र आदित्य कुमार के रूप में हुई है। एसपी आदित्य कुमार ने बताया कि आदित्य नवम वर्ग का छात्र था। शनिवार की शाम वह घर से जलावन की लकड़ी लाने गया था। रात भर घर नहीं लौटा। रविवार की सुबह घर से कुछ दूरी पर लोगों ने भूसे के नीचे आदित्य का शव देखा और पुलिस को इसकी सूचना दी।
सिंघौल ओपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेना चाहा तो आक्रोशित लोग हत्यारों की गिरफ्तारी एवं परिजन को उचित मुआवजा देने की मांग करने लगे। बाद में मुफस्सिल थानाध्यक्ष लालमोहन सिंह समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे तथा लोगों को समझाकर शांत कराया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। आदित्य की मौत से उसके घर में कोहराम मच गया। वह माता-पिता का सबसे बड़ा पुत्र था। धारदार हथियार से हत्या से पूर्व उसे बुरी तरह पीटा गया जिससे उसके हाथ-पांव टूट गए थे।
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