लोकसभा चुनाव: सीएम नीतीश से मिले गिरिराज, बेगूसराय आने का दिया न्यौता
आखिर गिरिराज सिंह की नाराजगी दूर हो गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आश्वासन पर उन्होंने बेगूसराय लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गए। वे छह अप्रैल को नामांकन करेंगे
पटना [जेएनएन]। आखिर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की नाराजगी दूर हो गई। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आश्वासन पर उन्होंने बेगूसराय लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गए। वे छह अप्रैल को अपने नामांकन का पर्चा भरेंगे। अब उनके मन की पीड़ा दूर हो गई है। लेकिन इससे पहले उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की। सीएम को बेगूसराय आने का न्यौता दिया। सीएम आवास से निकलने के बाद गिरिराज सिंह ने मीडिया से कहा कि हमारे चुनाव प्रचार में नीतीश कुमार बेगूसराय आएंगे।
दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद गुरुवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सीएम नीतीश कुमार से पटना स्थित आवास पर मिले। जानकारी के अनुसार दोनों नेताओं में काफी देर तक बात हुई। इस दौरान बेगूसराय की सियासत पर बात हुई। गिरिराज ने सीएम को बेगूसराय आने का न्यौता दिया। वहां से निकलने के बाद केंद्रीय मंत्री व बेगूसराय के बीजेपी उम्मीदवार गिरिराज सिंह ने कहा कि हमने सीएम को बेगूसराय आने का दिया न्यौता दिया। इसके अलावा चुनाव समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि सीएम ने कहा है कि वे बेगूसराय चुनाव प्रचार में जाएंगे। गिरिराज ने यह भी कहा कि बिहार समेत पूरे देश में एनडीए की जीत होगी।
दरअसल नवादा से बेगूसराय सीट किए जाने के बाद से गिरिराज सिंह काफी नाराज थे। उन्होंने संगठन की बिहार इकाई के प्रति काफी गुस्से में थे तथा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। बात आलाकमान तक पहुंची।
इसे लेकर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सामने आए। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर गिरिराज सिंह के बेगूसराय से चुनाव लड़ने की जानकारी दी। अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि गिरिराज सिंह बिहार के बेगूसराय से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उनकी सारी बातों को मैंने सुना है और संगठन उनकी सभी समस्याओं का समाधान निकालेगा। मैं चुनाव के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।
गौरतलब है कि गिरिराज सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि सीट बदले जाने से मेरे आत्म सम्मान को ठेस पहुंची है, क्योंकि बिहार में किसी भी सांसद की सीट नहीं बदली गई है और मेरी सीट बदल दी गई है। उन्होंने यह भी आराेप लगाया था कि मुझसे बिना पूछे इसका फैसला लिया गया। बिहार बीजेपी नेतृत्व को मुझे बताना चाहिए कि ऐसा क्यों किया गया? बेगूसराय से मुझे कोई दिक्कत नहीं है, मगर मैं अपने आत्म सम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकता हूं।
लेकिन जब अमित शाह ने उन्हें मना लिया तो वे अब चुनाव लड़ने को तैयार हो गए हैं और छह अप्रैल को अपना नामांकन करेंगे। दिल्ली से बिहार लौटने के बाद उन्होंने मीडिया से पटना में कहा कि मेरी सभी समस्याओं का समाधान हो गया। मैं चुनाव लड़ने को हमेशा तैयार था, लेकिन बिना मुझसे पूछे ही सीट बदले जाने से जो पीड़ा हुई थी, उसका समाधान हो गया है। मेरी पीड़ा भी खत्म हो गई है।