खंडहर में तब्दील हो रहा है मंझौल सत्यारा चौक स्थित बापू का स्मारक
पेज 4 फोटो 21 - अनियंत्रित वाहन की ठोकर से टूट गया स्मारक का गोलंबर संसू मंझ
पेज : 4
फोटो : 21
- अनियंत्रित वाहन की ठोकर से टूट गया स्मारक का गोलंबर संसू, मंझौल (बेगूसराय ) : मंझौल अनुमंडल मुख्यालय स्थित सत्यारा चौक पर बने दो गोलंबर में से बापू के स्मारक के बगल में उत्तरी गोलंबर लगभग तीन महीने पहले अनियंत्रित वाहन की टक्कर से टूट गया है। अब धीरे-धीरे टूटकर छिन्न भिन्न हो गया है। इससे मंझौल सत्यारा चौक का नाक नक्शा बिगड़ गया है। बताते चलें कि मंझौल का सत्यारा चौक से पूरब का रास्ता बखरी, पश्चिम का रास्ता रोसड़ा तथा दक्षिण का रास्ता जिला मुख्यालय को जोड़ता है। इस चौक के सौंदर्यीकरण और ट्रैफिक रुल को ध्यान में रखकर साल 2006-07 में सरकार के द्वारा वहां पर दो गोलंबर बनाए गए थे। इसमें एक में बापू के स्मारक के अलावा अन्य खाली गोलंबर बनाया गया। परंतु, बीतते समय के साथ बेतरतीब अतिक्रमण और अधिकारियों की उदासीनता से चौक के दोनों गोलंबर जीर्णशीर्ण अवस्था में पहुंच गए। बापू के स्मारक में ग्रिल से की गई घेराबंदी भी टूटने लगी है। वहीं दूसरे गोलंबर में लगभग तीन महीने पहले रात्रि में अज्ञात वाहन की ठोकर से उसका ग्रिल और दीवार टूटकर सड़क पर पसरा हुआ है। जो खतरे को आमंत्रित कर रहा है। उक्त टूटे हुए दीवार, ग्रिल और बापू के स्मारक पर किसी भी जनप्रतिनिधि अथवा अधिकारियों की नजर नहीं गई है। बीते दिनों हुए चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायक प्रतिनिधि सत्यारा चौक पर बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया, परंतु, बापू के टूटे हुए स्मारक पर किसी की नजर नहीं गई। फिलवक्त स्थिति यह है कि अतिक्रमण का शिकार होने के कारण धीरे-धीरे स्मारक की ईंट भी गिरती जा रही है। इससे मंझौल सत्यारा चौक का सौंदर्यीकरण धूमिल होने के कगार पर है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता संजीव कुमार ने कहा कि चुनाव के मौसम में बहुत से नेता यहां पर बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने आए, परंतु, बापू का स्मारक जो खंडहर में तब्दील हो रहा है उस पर किसी की नजर नहीं गई। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्मारक की दुर्दशा जल्द से जल्द दूर करने की मांग की।