इंद्रदेव महतो के घर का इकलौता चिराग था अभिषेक
बेगूसराय सोमवार को बखरी प्रखंड के इटवा चौर में पांच बच्चों की डूबकर दर्दनाक मौत हो गइ
बेगूसराय : सोमवार को बखरी प्रखंड के इटवा चौर में पांच बच्चों की डूबकर दर्दनाक मौत हो गई। यह पहला मौका है जब एक साथ पांच बच्चों की डूबने से मौत हुई है। घटना से संपूर्ण इलाका दहल उठा। पांचों बच्चे घाघरा पंचायत के भगवती स्थान मुहल्ले के गरीब परिवार के हैं। सभी की उम्र दस से 15 वर्ष के बीच बताई जाती है। इन बच्चों में गांव के इंद्रदेव महतो का पुत्र अभिषेक घर का एकलौता चिराग था। उसकी मौत से मां बाप के अलावा रिश्तेदारों का बुरा हाल है। सभी रो रोकर हलकान हो रहे हैं। बच्चों की एक साथ मौत की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। प्रशासन को जबतक सूचना मिलती परिजन गांव वालों की मदद से सभी बच्चों के शव को चौर से निकालकर निजी नर्सिंग होम ले गए। जहां चिकित्सकों ने एक-एक कर सभी बच्चों को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन बच्चों को अपने-अपने घर लेकर चले गए। सभी घरों में अपने नौनिहालों का शव देख रोते-बिलखते परिजनों की चित्कार से लोगों का कलेजा कांप गया। मौके पर बीडीओ अमित कुमार पांडेय और इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष बासुकीनाथ झा के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारियों की टीम ने पहुंचकर आवश्यक कागजी कार्रवाई करते हुए बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया।
नहाने के लिए साइकिल से इटवा चौर गए थे सभी बच्चे
प्राप्त जानकारी के अनुसार घाघरा पंचायत के भगवती स्थान मुहल्ले के टेंट हाउस संचालक इन्द्रदेव महतो के 14 वर्षीय पुत्र अभिषेक कुमार, सुजीत ठाकुर के 12 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार, स्वर्गीय विदेश्वरी ठाकुर के 11 वर्षीय पुत्र चैंपियन कुमार, लूटन साव का 12 वर्षीय पुत्र रजनीश कुमार और अनुकूल पासवान का 10 वर्षीय पुत्र अनुज कुमार सोमवार की दोपहर करीब 12 बजे साइकिल से इटवा चौर में नहाने के लिए गया हुआ था।जब काफी समय तक बच्चा घर लौटकर नहीं आया।तब करीब तीन बजे गांव वाले और परिजन बच्चों को ढ़ुढ़ने निकले। इसी क्रम में इटवा चौर के बगल में घास काट रही महिलाओं ने बताया कि चौर के मुहाने पर साइकिल और बच्चों का कपड़ा रखा हुआ है। जहां पहुंचने पर कोई बच्चा नहीं मिला।तब जाकर लोगों ने चौर के पानी में उतरकर जाल की मदद से खोजना शुरू कर दिया।जिसके बाद सभी कर बच्चों के शव बरामद हुए।
संपूर्ण घाघरा गांव में छाया मातम का माहौल
अकस्मात हुई इस आकस्मिक घटना से संपूर्ण घाघरा गांव में मातम का माहौल छाया हुआ है। लोग पीड़ित परिवारों का ढ़ाढ़स बढ़ाते हुए दिखे। पीड़ित के घरों में रोते-बिलखते परिजनों के चित्कार से लोगों का कलेजा कांप गया।बच्चों का शव देखकर हर किसी को रोना आ रहा था।