नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ जिउतिया व्रत
बांका। पुत्र के लंबी दीर्घायु की कामना को लेकर होने वाला त्योहार जिउतिया पर्व सोमवार को
बांका। पुत्र के लंबी दीर्घायु की कामना को लेकर होने वाला त्योहार जिउतिया पर्व सोमवार को नहाय-खाय के साथ आरंभ हो गया। इसको लेकर बाजारों में खरीदारी को लेकर लोगों की भीड़ उमड़ी रही। शहर से लेकर गांवों में जिउतिया की पूजा श्रद्धा और उत्साह के साथ होती मनाई जाती है। पर्व में डाला भरने को लेकर फलों के साथ ही फूल पत्तियों की भी आवश्यकता होती है। इसको लेकर बाजारों में दीन भर भीड़ रही। कुछ लोग मंगलवार को भी पर्व कर रहे हैं।
जिउतिया में डाला के साथ ही फलों एवं खाजा का विशेष महत्व है। इसको लेकर बाजार में डलिया, खाजा एवं फल की जमकर लोगों ने खरीदारी की। त्योहार को लेकर फल बाजार भी गर्म रहा। लेकिन आस्था के आगे लोगों ने कीमत की परवाह किए बिना फल डलिया और खाजा की खरीदारी की।
पंडित शिवशंकर ने बताया कि प्रदोष काल में पूजा करना सर्वोत्तम माना जाता है। इसके लिए महिलाएं कुश की प्रतिमा बनाकर विधिवत पूजा अर्चना करती है। उन्होंने कहा कि जिउतिया का व्रत कर कथा सुनने वाली महिलाओं को भगवान जिमुतवाहन की कृपा से संतान की दीर्घायु का वरदान मिलता है। इस बार पर्व सोमवार से शुरू होकर 29 तारीख यानि बुधवार को शाम पांच बजकर चार मिनट पर पारण के साथ संपन्न होगा। बाजार में फल की कीमत खाजा - 120 रुपया किलो सेब - 60 रुपया किलो केला - 10 रुपया दर्जन डाला - 50जोड़ा
खीरा 60 रुपया किलो अनार 140 रुपया किलो नारंगी सौ रुपया किलो नारियल 35 रुपया पीस