रेफरल अस्पताल में पांच आइसोलेशन वार्ड बनकर तैयार
संवाद सहयोगी बौंसी (बांका) कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक के साथ ही स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। संभावित लहर को देखते हुए रेफरल अस्पताल में पांच बेड का अतिरिक्त सुविधा से लैस आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इसमें आक्सीजन कंसंट्रेशन आक्सीजन न्यूमिलाइजर सहित अन्य जरूरी व्यवस्था की गई है।
संवाद सहयोगी, बौंसी (बांका): कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक के साथ ही स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। संभावित लहर को देखते हुए रेफरल अस्पताल में पांच बेड का अतिरिक्त सुविधा से लैस आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इसमें आक्सीजन कंसंट्रेशन, आक्सीजन, न्यूमिलाइजर सहित अन्य जरूरी व्यवस्था की गई है।
जिला प्रशासन के निर्देशानुसार 10 और अतिरिक्त आइसोलेशन वार्ड बनाने की प्रक्रिया चल रही है। जिसका इस्टीमेट स्वास्थ्य विभाग को भेजा गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना की पहली लहर में तीन की मौत हुई थी वहीं दूसरी लहर में दस मौत हुई है। हालांकि, सरकारी आंकड़ों से कई गुना अधिक मौत कोरोना की दूसरी लहर में हुई है। स्वास्थ्य कर्मियों की कमी एवं बेहतर स्वास्थ सुविधा नहीं मिलने से कोरोना की दूसरी लहर में काफी संख्या में लोग इसका शिकार हुए। स्वास्थ्य विभाग प्रखंड में अबतक एक लाख लोगों को कोरोना का टीका दे चुकी है। वहीं अब तक डेढ़ लाख से अधिक लोगों की कोरोना की जांच हुई है। हर दिन भलजोर चेकपोस्ट एवं रेफरल अस्पताल में 410 लोगों की एंटीजन कीट, आरटीपीसीआर एवं टूनेट से कोरोना जांच की जा रही है। सबसे बड़ी समस्या रेफरल अस्पताल में चिकित्सक की वर्षों से कमी बनी हुई है। इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ का पद करीब दस वर्षों से खाली पड़ा हुआ है। बीच में एक दो महीने के लिए एक महिला चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति हुई थी। जिसका स्थानांतरण होते ही एक बार फिर से स्त्री रोग विशेषज्ञ की समस्या बनी हुई है। रेफरल प्रभारी डा. संजीव कुमार ने बताया कि ओमिक्रोन की संभावित लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। रेफरल अस्पताल में पांच बेड की अतिरिक्त आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। 10 बेड की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा सभी जरूरी व्यवस्था की जा रही है। लोगों को संभावित लहर से बचने के लिए अभी से ही सावधानी बरतनी चाहिए मास्क का प्रयोग एवं भीड़ भाग वाली जगहों से बचना चाहिए।