स्वास्थ्यकर्मियों के हड़ताल पर जाने से टीकाकरण व जांच प्रभावित
बांका। मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के लगभग दो सौ संविदा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ गयी।
बांका। मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के लगभग दो सौ संविदा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ गयी। सदर अस्पताल में टीकाकरण और जांच का कार्य प्रभावित हुआ।
फुल्लीडुमर: प्रबंधक, डाटा ऑपरेटर एवं लैब टेक्नीशियन भी अपनी मांगों के समर्थन में बुधवार से हड़ताल पर चले गए। इसका प्रभाव जांच आदि पर कम पड़ते दिखे। केंद्र पर प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में सभी कर्मी मुस्तैद रहे। टीकाकरण एवं जांच आदि के काम चलते रहे। तीसरे दिन भी 18 वर्ष से अधिक के 80 युवाओं को टीका दिया गया, जबकि 92 युवाओं एवं अन्य की कोरोना जांच की गई। जांच में एक भी कोरोना पॉजिटिव का मामला नहीं मिला।
धोरैया: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रबंधक ने बताया कि जबतक सरकार संविदा कर्मियों की मांगे सेवा नियमित सम्मान जनक मानदेय, पेंशन सुविधा जैसी मांगों को पूरा नहीं करती हड़ताल जारी रहेगा। वहीं कर्मियों के हड़ताल से जननी बाल सुरक्षा योजना आशा दिवस लैब में जांच आदि जैसे कार्य प्रभावित हो रहे हैं। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मनीष कुमार पोद्दार ने बताया की संविदा कर्मियों के हड़ताल से अस्पताल का कार्य प्रभावित हो रहा है। बुधवार को सीएचसी में टीकाकरण तो हुआ, लेकिन कोरोना जांच का काम ठप रहा। अस्पताल प्रबंधक संजय कुमार सिंह से पूछने पर सिर्फ इतना ही बताया कि संघ के निर्देशों का पालन करते हुए हड़ताल पर हैं।
अमरपुर: होम आइसोलेशन में चले जाने से टीकाकरण एवं कोरोना जांच सहित अन्य कार्य प्रभावित हुआ। हालांकि कुछ स्वास्थ्य कर्मी एवं एएनएम टीकाकरण के लिए शहर के आदर्श बालिका उच्च विद्यालय पहुंचे। जहां कर्मी के अभाव में टीकाकरण कार्य में अफरातफरी मची रही। जिससे वैक्सीन लेने आये लोगों के बीच असहज की स्थिति बनी रही। संविदाकर्मी ने बताया कि रेफरल अस्पताल में नियमित कर्मी गिनती के हैं। ऐसे में संविदा पर बहाल कर्मी आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए प्रत्यनशील हैं, लेकिन नियमित कर्मी को सारी सुविधा और संविदाकर्मी के लिए अलग नियम यह संविदाकर्मी के साथ मजाक बना हुआ है।