आधुनिक तकनीक से खेती कर किसान होंगे समृद्ध
बांका। कृषि के क्षेत्र में गुणात्मक विकास के साथ ही किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर किए जाने की कव
बांका। कृषि के क्षेत्र में गुणात्मक विकास के साथ ही किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर किए जाने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके लिए आधुनिक तकनीक से खेती करने पर बल दिया जा रहा है। किसानों की आय को दोगुनी करने की रणनीति तैयार कर उसे धरातल पर उतारा जा रहा है। जिसका फीड बैक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद किसानों से सीधे संवाद कर ले करे हैं।
बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित सीधा संवाद कार्यक्रम में क्षेत्र के 305 किसान शामिल हुए। जिनसे लाईव टेलीकास्ट के जरिए जुड़कर प्रधानमंत्री किसानों की समस्याओं से अवगत हुए। आधुनिक तकनीक से खेती कर नए आयाम हासिल करने वाले किसानों से भी रूबरू हुए।
पीएम ने कहा कि आधुनिक तकनीक से खेती कर किसान अपनी आमदनी बढ़ा कर समृद्ध हो सकते हैं। जिससे आय के साथ ही कृषि के क्षेत्र में किसानों की साख भी बढ़ेगी।
पशुपालन से दूध उत्पादन करने के साथ ही किसान गोबर से जैविक खाद तैयार कर अपने खेतों की उर्वरा शक्ति भी बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा मछली पालन, मुर्गी पालन से जुड़ कर किसान अपनी आय 20 से 25 फीसद तक बढ़ा सकते हैं। पीएम ने मधुमक्खीपालन पर भी जोर दिया। कहा कि इससे शहद के साथ-साथ मोम, प्रोपोलिस आदि का उत्पादन भी अच्छी आमदनी का जरिया है।
मौके पर केवीके की जिला समन्वयक डॉ कुमारी शारदा, वैज्ञानिक डॉ सुनीता कुशवाहा, डॉ धर्मेन्द्र कुमार, डॉ रघुबर साहू एवं डॉ संजय कुमार मंडल सहित अन्य मौजूद थे।