प्रोत्साहन राशि को ले छात्रों ने औरंगाबाद के सांसद से लगाई गुहार
औरंगाबाद। शनिवार को सांसद सुशील कुमार सिंह ने अपने आवास पर जनता दरबार लगा दर्जनों लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान (बीसी- प्रथम और बीसी-द्वितीय) के सैकड़ों छात्र भी अपनी व्यथा सुनाने सांसद के पास पहुंच गए। छात्रों ने बताया कि वर्ष 2017 में हम सभी छात्र प्रथम क्षेणी से उत्तीर्ण हुए थे। सरकार द्वारा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने वालों छात्रों को दस हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है। लेकिन तीन वर्ष बीतने को हैं अभी तक हम लोगों को प्रोत्साहन की राशि का भुगतान नहीं किया गया है।
औरंगाबाद। शनिवार को सांसद सुशील कुमार सिंह ने अपने आवास पर जनता दरबार लगा दर्जनों लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान (बीसी- प्रथम और बीसी-द्वितीय) के सैकड़ों छात्र भी अपनी व्यथा सुनाने सांसद के पास पहुंच गए। छात्रों ने बताया कि वर्ष 2017 में हम सभी छात्र प्रथम क्षेणी से उत्तीर्ण हुए थे। सरकार द्वारा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने वालों छात्रों को दस हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है। लेकिन तीन वर्ष बीतने को हैं अभी तक हम लोगों को प्रोत्साहन की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। इस मामले में छात्रों ने सांसद से गुहार लगा प्रोत्साहन राशि यथाशीघ्र दिलवाने की मांग की है। सांसद ने तुरंत छात्रों की समस्याओं का संज्ञान लिया और मौके पर ही शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से दूरभाष पर बात की। सांसद की बात पर संज्ञान लेते हुए शिक्षा मंत्री ने तुरंत जिले के डीईओ को कार्रवाई करने का निर्देश दिया एवं डीईओ को आवंटन के लिए तुरंत पत्र विभाग को भेजने का निर्देश दिया। जनता दरबार में ही धान खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों का धान क्रय करने का मामला कृषि एवं सहकारिता मंत्री अमरेंद्र कुमार सिंह से दूरभाष पर बात की। सांसद ने मंत्री को ज्यादा से ज्यादा किसानों के धान खरीदने का आग्रह किया। सांसद ने पैक्स को सशक्त बनाने एवं पैक्स में आ रही कठिनाइयों पर भी उनका ध्यान आकृष्ट कराया। मंत्री ने सांसद की बातों को संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। यहां बता दें कि विगत एक सप्ताह पूर्व भी सांसद सुशील कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर धान खरीदारी की प्रक्रिया को सुचारू रूप से ससमय शुरू कराने का आग्रह कर चुके है। ताकि जिले के किसानों को धान की अच्छी पैदावार का लाभ मिल सके।