व्यवहार न्यायालय की सुरक्षा होगी पुख्ता
कोर्ट की सुरक्षा को लेकर सोमवार को व्यवहार न्यायालय स्थित जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कक्ष में विशेष बैठक की गई। डीजे शिवगोपाल मिश्र डीएम
औरंगाबाद। कोर्ट की सुरक्षा को लेकर सोमवार को व्यवहार न्यायालय स्थित जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कक्ष में विशेष बैठक की गई। डीजे शिवगोपाल मिश्र, डीएम राहुल रंजन महिवाल एवं एसपी दीपक वर्णवाल ने कोर्ट की सुरक्षा की समीक्षा की। समीक्षा के बाद कोर्ट का निरीक्षण किया गया। बैठक के बाद एसपी ने बताया कि कोर्ट के अंदर जो प्रवेश करेंगे उनकी सघन तलाशी के बाद ही अनुमति होगी। कोर्ट के अंदर निजी लोगों के वाहनों की पार्किंग नहीं होगी। कोर्ट की सुरक्षा को लेकर कई बिदुओं पर निर्णय लिया गया है। यह देखा जाएगा कि कोर्ट के आसपास लगने वाले दुकानों अथवा अतिक्रमण से सुरक्षा पर कोई असर तो नहीं पड़ रहा है। अतिक्रमण से अगर सुरक्षा व्यवस्था पर कोई असर पड़ेगा तो हटाया जाएगा। एसपी ने बताया कि वर्तमान में कोर्ट की सुरक्षा में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। कोर्ट परिसर में बने वाच टॉवर पर सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी लगाई जाती है। मुख्य प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया है। पुलिस अधिकारी एवं बलों की तैनाती की गई है। पुरुष के अलावा महिला सिपाही की तैनाती की गई है। हैंड मेटल डिटेक्टर से भी कोर्ट के अंदर जाने वालों की जांच की जाती है। मुख्य द्वार पर तैनात पुलिस कर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि कोर्ट के अंदर जाने वाले हर लोगों को मेटल डिटेक्टर से होकर अंदर जाने दिया जाए। राज्य एवं देश के कुछ कोर्ट के पास पार्किंग में बम विस्फोट की घटना को देखते हुए यहां के पार्किंग के बारे में समीक्षा की गई है। सुरक्षा से संबंधित रिपोर्ट जिला एवं सत्र न्यायाधीश को सौंपा जाएगा। जो निर्देश प्राप्त होगा उसके अनुसार आगे सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह, एसडीओ डा. प्रदीप कुमार, एसडीपीओ अनूप कुमार, मेजर विश्वमोहन चौधरी, नगर थानाध्यक्ष एके साहा मौजूद रहे।