सड़क पर डंठल रखने से ग्रामीण बेचैन
आजकल लोग चंद सुविधा के लिए लोगों को परेशानी में डाल देते हैं। सड़क को ही अपनी जागीर समझ लेते हैं। प्रखंड के सिदुआर गांव में स्कूल के समीप सड़क पर ही कुछ ग्रामीणों
आजकल लोग चंद सुविधा के लिए लोगों को परेशानी में डाल देते हैं। सड़क को ही अपनी जागीर समझ लेते हैं। प्रखंड के सिदुआर गांव में स्कूल के समीप सड़क पर ही कुछ ग्रामीणों द्वारा सरसों का डंठल रख दिया गया है जिससे आने जाने वाले ग्रामीणों को परेशानी से रूबरू होना पड़ा है। अधिकतर साइकिल एवं बाइक सवार आवागमन करने वाले लोग काफी परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि साइकिल एवं मोटरसाइकिल चालक सरसों के डंठल के कारण चक्का फिसल जाने के कारण प्राय: आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार होकर चोटिल हो रहे हैं लेकिन इस समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं है। बताया जाता है कि कुछ लोगों द्वारा फसलों को डंठल से अनाज को अलग करने के लिए उसे सड़क पर फैला कर रख दिया जाता है ताकि आवागमन करने वाले वाहनों के चक्के के दबाव से डंठल में लगी फलियां अलग हो जाएं लेकिन अपनी इस थोड़े से लाभ के लिए ऐसा करनेवाले ग्रामीणों को इस बात की भी चिता नहीं रहती कि उनके ऐसा करने से आवागमन करने वाले ग्रामीणों को कितनी परेशानी होगी। वर्तमान में रबी फसलों के डंठल को सड़क पर दिया गया है। वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है जिससे चोटिल होने की संभावना बनी रहती है। कई ग्रामीणों ने बताया कि सिदुआर गांव से गुजरते समय इस समस्या से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षक अंबुज कुमार, गोपेंद्र कुमार सिंहा गौतम, कार्यपालक सहायक सुर्येंद्र भारतीय आदि ने बताया कि इसमें फंसकर प्राय: प्रतिदिन कुछ लोग चोटिल हो रहे हैं। इनका कहना है कि यह समस्या ग्रामीणों में सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी के अभाव एवं जागरूकता की कमी के कारण उत्पन्न हो रही है। विदित हो कि दाउदनगर-गोह रोड से सिदुआर होते हुए यह सड़क संसा पंचायत के महेंद्राचक गांव होते हुए दाउदनगर हसपुरा नहर रोड को जोड़ती है। यह अत्यंत ही महत्वपूर्ण पथ है जिससे कई गांवों के ग्रामीणों का आवागमन होता है। स्कूल वाहन एवं ऑटो भी इस सड़क पर आवागमन करते हैं।