औरंगाबाद में समय से खुले आरटीपीएस काउंटर, कतारबद्ध दिखे लोग
प्रखंड कार्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर पर मंगलवार को सब कुछ सुव्यवस्थित दिखा। ठीक समय से कार्यालय के ताले खुले। उसके बाद काउंटर की खिड़की खुली। लोग पंक्तिबद्ध होकर अपने-अपने फार्म या अन्य काम से संबंधित आवेदन व जानकारी लेते रहे।
औरंगाबाद। प्रखंड कार्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर पर मंगलवार को सब कुछ सुव्यवस्थित दिखा। ठीक समय से कार्यालय के ताले खुले। उसके बाद काउंटर की खिड़की खुली। लोग पंक्तिबद्ध होकर अपने-अपने फार्म या अन्य काम से संबंधित आवेदन व जानकारी लेते रहे।
समय 10.30 बजे। स्थान प्रखंड कार्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर। दिन मंगलवार। आरटीपीएस का काउंटर खुला था। काउंटर की खिड़की पर लोग कतारबद्ध होकर फार्म लेकर खड़े थे। कार्यपालक सहायक काजल कुमारी, प्रेम कुमार, कहकसा तखनुम एवं निरंजन कुमार सभी के फार्म जमा लेकर कार्य कर रहे थे। काउंटर पर भीड़ लगी हुई थी। ये सभी लोग जाति, आवासीय, आय, वृद्धा पेंशन एवं एलपीसी प्रमाण पत्र बनाने को लेकर फार्म भरकर खड़े थे। खैरा बिद के अजीत कुमार और उदय कुमार आवासीय प्रमाण पत्र बनाने पहुंचे थे। लोगों ने कहा, प्रमाण-पत्र बनने में तय से ज्यादा समय लगते हैं
कतारबद्ध लोगों से जब जागरण की टीम ने बात की, तो उन्होंने बताया कि समय से कार्यालय तो खुल जाता है, लेकिन प्रमाण पत्र बनने में तय समय से ज्यादा वक्त लगता है। नावाडीह से जाति प्रमाण-पत्र बनाने पहुंची तबसुम परवीन ने बताया कि मैं पहली बार प्रमाण पत्र बनाने पहुंची हूं। आई तो कार्यालय खुला था, लेकिन काम धीरे-धीरे हो रहा है। कार्य कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि प्रतिदिन 200 से अधिक लोगों का इन कार्यों के लिए फार्म जमा किया जाता है। अलग-अलग कार्य के लिए प्राप्ति रसीद दी जाती है। प्राप्ति रसीद पर एक तारीख अंकित किया रहता है जिस दिन इनको प्रमाण पत्र मिले। फिलहाल अभी राशन कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। राशन कार्ड को छोड़ सभी कार्य हो रहे हैं। 46 हजार लोगों का बना जाति, आवासी व आय प्रमाण पत्र
कार्यपालक सहायकों ने बताया कि वर्ष 2020 में 11 हजार जाति, 20 हजार आवासीय, 15 हजार आय, 500 वृद्धा पेंशन एवं 3100 लोगों का एनपीसी प्रमाण पत्र बनाया गया है। वर्ष 2019 में इससे ज्यादा बना था। कोरोना वायरस के कारण हुई लॉकडाउन में काउंटर बंद रहा जिस कारण फार्म जमा नहीं हो सका। राशन कार्ड बनाने के लिए करीब 800 फार्म जमा किया गया है। जमा किए गए फार्म का कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी है।
आरटीपीएस काउंटर पर ग्रामीणों व नागरिकों का सभी कार्य किया जा रहा है। इन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो इसका ख्याल रखा जा रहा है। काउंटर से ग्रामीणों को काफी सहूलियत है। 2020 की मुकाबले वर्ष 2021 में काफी तेजी से कार्य हो रहा है। लॉकडाउन होने के चलते पिछले वर्ष काफी काम प्रभावित रहा।
-प्रभाकर कुमार, बीडीओ