पुलिस की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों का थानाध्यक्ष व दारोगा के खिलाफ प्रदर्शन
औरंगाबाद। पहले रफीगंज अब गोह में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लोग सड़क पर उतर गए हैं। लोग पहले नेताओं का पुतला फूंकते थे। अब पुलिस का भी पुतला फूंकने लगे है। दरअसल यह मामला गोह से जुड़ा हुआ है।
औरंगाबाद। पहले रफीगंज अब गोह में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लोग सड़क पर उतर गए हैं। लोग पहले नेताओं का पुतला फूंकते थे। अब पुलिस का भी पुतला फूंकने लगे है। दरअसल यह मामला गोह से जुड़ा हुआ है। बता दें कि गोह थाना क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली से नाराज दधपी गांव के ग्रामीणों ने गुरुवार को गोह थानाध्यक्ष एवं दारोगा का पुतला फूंक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपने-अपने हाथ में तख्ती लेकर थानाध्यक्ष व दारोगा मुर्दाबाद, तेरी मनमानी नहीं चलेगी थानाध्यक्ष व दारोगा को बर्खास्त करो सहित कई नारे भी लगा रहे थे। प्रदर्शन का नेतृत्व अशोक पासवान एवं सरपंच प्रतिनिधि अरविद पासवान ने किया। मौके पर शामिल संजू देवी, प्रेमशीला देवी, दिवलखिया कुंवर, बिनेश्वरी देवी,कुसुम कुमारी, अतवरिया देवी, सविता देवी, रवि पासवान, बाड़ू पासवान, ब्रजेश पासवान, मिथलेश कुमार, उमेश पासवान, नीतीश पासवान, मुकेश पासवान, कृष्णा कुमार, पंचम पासवान, बीरबल कुमार, नवलेश कुमार, लूटन पासवान, रामाशीष राम सहित दर्जनों लोगों का कहना था कि 20 मार्च 2020 को एक कंटेनर में पशुओं को क्रूरता पूर्वक ले जाया जा रहा था। इस दौरान दधपी गांव के पास कई पशु सड़क पर गिर गए थे। जिससे कई सड़क पर गिरने से जख्मी भी हो गई थी। जिसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दी गई थी। सूचना पर तत्कालीन बीडीओ संजय पाठक एवं थानाध्यक्ष मनोज कुमार के नेतृत्व में सड़क पर गिरे भैंस को आसपास के गरीब तबके के लोगों को सुपुर्द कर दिया गया था। ग्रामीणों का कहना था की लॉकडाउन के दौरान हम लोग महंगे दाम पर चारा खरीद कर भैंस को खिलाते- पिलाते और देखभाल किए। तत्पश्चात भैंस को देखभाल करने के दौरान ही पशुपालकों ने सभी पशुओं को पशुधन बीमा योजना के तहत अपने आधार कार्ड से जोड़कर टैंगिग भी करवा दिया। आरोप है कि थानाध्यक्ष मनोज कुमार के इशारे पर दारोगा तस्लीम खान उन पशुपालकों के घर तक जाकर गाली गलौच तो किया। उसके बाद थाने में बुलाकर गाली गलौच करते हुए केस करने की भी धमकी दे डाली। इससे नाराज पशुपालकों के साथ दर्जनों महिलाएं व पुरुषों ने थानाध्यक्ष एवं दारोगा का पुतला फूंकते हुए कहा कि अगर इसके बावजूद भी कार्रवाई नहीं होती है तो डीएम से लेकर सीएम तक को इसकी सूचना दी जाएगी। क्या कहते हैं पशुपालक
अशोक पासवान, ब्रह्मदेव पासवान, कंचन पासवान, बिसेश्वर पासवान, संतोष ठाकुर, राजेंद्र पासवान, का कहना था कि हम लोगों को थानाध्यक्ष मनोज कुमार एवं बीडीओ संजय पाठक युवा जदयू प्रखंड अध्यक्ष बिनय पटेल, दफादार राम एकबाल मिश्रा सहित कई लोगों के मौजूदगी में पशु को वितरण किया गया। सिर्फ नहीं बेचने की बात बताई गई थी। हमलोगों को लॉकडाउन में मंहगे दाम पर कुटी व दाना खरीद कर खिलाना पड़ा, जिसमें 10 माह में लगभग 20 हजार रुपये प्रति भैंस खर्च हुए। जबतक सभी पशुपालकों को खर्च की गई राशि नहीं मिलेगी। हमलोग पशु को वापस नहीं करेंगे। क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
इस संबंध में थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि पशु को जिम्मेदारी के आधार पर ग्रामीणों को दिया गया था। न्यायालय से आदेश आने के बाद पुलिस पशुपालकों के पास जाकर सौंपने की बात कही है। साथ ही पत्रकारों के सवाल पर थानाध्यक्ष खफा हो गए और तो और उन्होंने कुछ भी लिखने की बात कह डाली।