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पवन ने एक वर्ष में 52 हजार किमी साइकिलिग कर रचा इतिहास

एक वर्ष में 52 हजार साइकिल चलाकर पवन ने इतिहास रच दिया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 10:33 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 10:33 PM (IST)
पवन ने एक वर्ष में 52 हजार किमी साइकिलिग कर रचा इतिहास
पवन ने एक वर्ष में 52 हजार किमी साइकिलिग कर रचा इतिहास

औरंगाबाद। पंखों से कुछ नहीं हौसलों से उड़ान होती है। मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपने में जान होती है। यहीं हौसला सदर प्रखंड के पोइवां गांव निवासी राकेश कुमार उर्फ पवन कुमार सिंह के जीवन को उड़ान दी है। पवन बुधवार को 365 दिन में 52356.85 किमी साइकिलिग कर इतिहास रचा है। पूरे देश में यह पहला साइकलिग करने वाला व्यक्ति है जो 365 दिन में 1878 घंटा 22 मिनट में 52356.85 किमी साइकिलिग की है। 13 मई 2020 से लेकर 12 मई 2021 तक साइकिलिग कर यह इतिहास रचा है। अपनी सफर पूरी करने के बाद पवन बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित महाकाल मंदिर आकर भगवान शंकर का दर्शन किया। पवन ने बताया कि अबतक देश में कोई भी 365 दिन में 52356.85 किमी साइकिलिग नहीं किया है। अब वह इंडियन रिकार्ड के लिए केंद्रीय खेल मंत्रालय में अप्लाई करेंगे। जैसे ही लॉकडाउन समाप्त होगा, कोरोना का संक्रमण कम होगा वे साइकल से ही दिल्ली जाएंगे। पवन ने बताया कि 365 दिन में 52356.85 किमी साइकिलिग के लिए वह हर दिन लगातार कम से कम 100 किमी साइकिलिग की है। बताया कि 365 दिन में 52356.85 किमी साइकलिग के लिए औरंगाबाद से वाराणसी, औरंगाबाद से झारखंड के बरही तक का सफर किए। लगातार 200 किमी तक साइकिलिग की। बताया कि इस दौरान कोरोना के इस संक्रमण से मैंने अपने परिवार का एक सदस्य खोया, मां संक्रमित होकर बीमार हुई पर मैंने अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ा और साइकिलिग करते रहे। इस इतिहास के रचने में पत्नी मंजू सिंह ने काफी साथ दिया। बताया कि पहले मेरा लक्ष्य साल में 50 दिन साइकिल सवारी का लक्ष्य था। फिर इसे बढ़ाकर 100 दिया किया। फिर 200 उसके बाद 300 दिन किया। फिर लक्ष्य 365 दिन का हो गया और यह लक्ष्य पाने में सफल रहे। काश्मीर से कन्याकुमारी तक कर चुके हैं साइकिलिग

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365 दिन में 52356.85 किमी साइकिलिग करने वाला पवन साइकिल से पूरा देश का सफर कर चुका है। वर्ष 2016 में काश्मीर से कन्याकुमारी तक का सफर तय किया है। वर्ष 2019 में गुजरात के कच्छ से आसाम के कामरु कामाख्या एवं हिमालय के गंगोत्री से गंगाजल लेकर झारखंड के देवघर (वैद्यनाथ धाम) मंदिर तक पहुंचा है। वर्ष 2017 में वाराणसी एवं वर्ष 2018 में इलाहाबाद संगम से गंगाजल लेकर देवघर मंदिर तक का सफर तय कर चुका है। फिटनेस व पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कर रहा साइकिलिग

साइकिल चलाने में जीवन को समर्पित कर चुका पवन का लोगों को फिटनेस और पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना उद्देश्य है। पवन ने बताया कि आज भारत ही नहीं उसका पूरे विश्व में फॉलोअर है। बताया कि अगले वर्ष देश के चारों महानगर को साइकिलिग से दूरी तय करना लक्ष्य है। बताया कि आज लोग अपने घर से बाजार सब्जी लेने बाइक व कार से जाते हैं। मेरा कहना है कि लोग साइकिल से जाए। मैं साइकिलिग के दौरान पूरे देश में यह बात लोगों को बताता हूं। सम्मानित कर चुके हैं डीएम

साइकिलिग मैन पवन को डीएम सौरभ जोरवाल सम्मानित कर चुके हैं। बीते 8 मार्च 2021 को 300 दिन में 46000 किमी तक साइकिलिग करने के लिए आयोजित समारोह में डीएम ने सम्मानित किया था। तब डीएम ने जिला ही नहीं राज्य के लिए गौरव की बात बताई थी।


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