25 ऋणियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश
जिला को-ऑपरेटिव बैंक का करीब दो करोड़ ऋण डूबने के कगार पर है। यह ऋण किसानों व्यवसायियों एवं सरकारी कर्मियों को दी गई है। सभी के द्वारा लंबे समय से ऋण की राशि चुकता नहीं करने के कारण खाता एनपीए हो गया है। ऋण चुकता नहीं करने वाले सभी ऋणियों पर जिला को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश निर्गत किया गया है।
जिला को-ऑपरेटिव बैंक का करीब दो करोड़ ऋण डूबने के कगार पर है। यह ऋण किसानों, व्यवसायियों एवं सरकारी कर्मियों को दी गई है। सभी के द्वारा लंबे समय से ऋण की राशि चुकता नहीं करने के कारण खाता एनपीए हो गया है। ऋण चुकता नहीं करने वाले सभी ऋणियों पर जिला को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश निर्गत किया गया है।
जिला को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन संतोष कुमार के अनुसार सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज के सहायक शक्ति कुमार सिंह पर करीब दो लाख 25 हजार, सहायक शिक्षिका इंद्रपरी कुमारी पर करीब दो लाख 38 हजार, कोर्ट के अनुसेवक मो. इस्लाम पर दो लाख 79 हजार, पुलिस लाइन के मो. अदरुल जमा खां पर करीब दो लाख 81 हजार, अरूण कुमार पर चार लाख 21 हजार, रामलखन सिंह यादव कॉलेज के लिपिक जितेंद्र कुमार पर करीब पांच लाख 77 हजार बकाया है। इनके अलावा करहारा गांव के अजित कुमार सिंह, रफीगंज के बक्सी बिगहा निवासी सुरेंद्र कुमार, शहर के पठान टोली निवासी मो. शरीफ, क्लब रोड निवासी मो. अब्दुल्लाह, शाहपुर निवासी राजकुमार, सत्यनारायण प्रसाद, न्यू एरिया निवासी रविद्र कुमार सुधांशु, तेलिया पोखर जयप्रकाश नगर दिनेश सिंह, अमरेंद्र कुमार, मुफस्सिल थाना के भरत बिगहा निवासी शंभु कुमार दास, सदर प्रखंड के बसंतपुर निवासी जितेंद्र कुमार, परसी गांव के जितेंद्र कुमार, रमडीहा गांव निवासी सुरेंद्र सिंह, मुंशी बिगहा के बैजनाथ प्रसाद, सुनिल सिंह, सुदर्शन शर्मा, धवल टोला रामनगर निवासी सुनिल कुमार, मदरसा रोड निवासी डैजी पर लाखों रुपया बकाया है। ऋण की राशि चुकता करने के लिए कई बार नोटिस भेजा गया पर ऋण का चुकता नहीं किया गया। चेयरमैन ने कहा कि सभी ऋणियों पर राशि वसूली के लिए सर्टिफिकेट केस एवं प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई की जा रही है। कई लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।