उधार में बंट गए जीविका दीदियों के डेढ़ करोड़ के मास्क
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क जरूरी है। सरकार ने सभी को मास्क उपलब्ध कराने का निण्
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क जरूरी है। सरकार ने सभी को मास्क उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। जीविका दीदी से ही मास्क की खरीदारी करने का निर्देश दिया। दिन-रात एक कर मास्क बनाकर प्रशासन के माध्यम से पंचायत को उपलब्ध कराने वाली जीविका दीदियों को अब तक 4,21,000 रुपये ही भुगतान हो पाया है। उधार में ही उनके 1,60,15,100 रुपये के मास्क बंट गए। रफीगंज एवं गोह के अलावा किसी भी प्रखंड से मास्क का पैसा अभी तक नहीं मिल पाया है। इस साल जीविका दीदियों ने 12,25,803 मास्क बनाए। 15 रुपये की दर से 11,26,840 मास्क जीविका दीदियों ने बनाकर प्रखंडों को दिए। अब भी जीविका दीदियों के पास 99,663 मास्क पड़ा है। उन्हें खरीदार नहीं मिल रहा है।
डीपीएम जीविका पवन कुमार का कहना है कि 911 जीविका दीदियां कुल 30 केंद्रों पर मास्क बनाने का कार्य करती हैं। जीविका दीदियों के बनाए मास्क की तारीफ हर कोई करता है। डीएम सौरभ जोरवाल कई मौकों पर इसकी तारीफ भी कर चुके हैं।
आखिर कहां गए जीविका दीदियों के मास्क मास्क बनाकर जीविका दीदियों ने विभाग को दे दिया। इस मास्क को पंचायत में वितरण करना था। परंतु इसका बंदरबांट कर दिया गया। इक्का-दुक्का पंचायत में ग्रामीणों को मास्क मिला। जिले की सैकड़ों पंचायत में मास्क नहीं बांटे गए। आखिर सवाल यह उठता है कि जीविका दीदियों के द्वारा बनाए गए मास्क आखिर गए कहां। न तो इस ओर जिला प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही जनप्रतिनिधि। इस मामले की जांच की जरूरत है। एक नजर में जाने मास्क के बारे
प्रखंड का नाम : बेचे गए मास्क की संख्या - मास्क की कीमत - विभाग द्वारा भुगतान - बकाया हसपुरा - 1,41000 - 21,15,000 -00 -21,15,000
कुटुंबा- 1,87,00-28,0,500-00-28,0,500
औरंगाबाद सदर-1,62,540-24,38,100-00-24,38,100
नवीनगर-1,01,000-15,15,000-00-15,15,000
दाउदनगर-1,50,000-22,50,000-00-22,50,000
रफीगंज-1,44,050-21,60,750-3,16, 000-18,44,750
गोह-1,05,300-15,79,500-00-1,57,9500
मदनपुर-1,95,000-2,92,500-1,05,000-1,87,500
बारुण-21,400-3,21,000-00-3,21,000
ओबरा-1,90,700-28,60,500-00-28,60,500
देव -55,550-6,23,250-00-6,23,250