उपेक्षित है देवकली का प्राचिन शिव मंदिर
प्रखंड के देवकली गांव में पौराणिक ²ष्टि से बना शिव मंदिर महत्वपूर्ण है। शिव मंदिर में श्रद्ध
प्रखंड के देवकली गांव में पौराणिक ²ष्टि से बना शिव मंदिर महत्वपूर्ण है। शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। सुबह से ही भक्त पूजा-अर्चना करने पहुंचते है, लेकिन न तो प्रशासन एवं न ही जनप्रतिनिधियों ने कभी इस मंदिर के जीर्णोद्धार के बारे में सोचा है। मांगी गई मनौती पूरा होने पर श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर का गेट, कमरा एवं बरामदा का निर्माण कराया गया है। ग्रामीणों का मानना है कि जो यहां सच्चे दिल से मन्नत मांगते हैं, भगवान महादेव उसे पूरा करते हैं। श्रावण के महीने में हर-हर महादेव के साथ मंदिरों में भक्तगण जलाभिषेक करते हैं। मंदिर की मूर्तियां काले पत्थर की है। देखने से ही प्राचीनता का अहसास होता है। ग्रामीण सुरेंद्र ¨सह, गुड्डू कुमार की माने तो मंदिर का निर्माण गांव के स्व. पोदार ¨सह के द्वारा किया गया था। जब 1977 में बाढ़ आई थी तो औरंगाबाद-पटना मुख्य पथ पर पानी जमा हो गया था, उसी समय खुदाई के दौरान ईट मिलने के उपरांत कई मूर्तियां प्राप्त हुई, जिससे यह अंदाजा लगाया गया कि यह मूर्तियां पुराना है। जमीन से मूर्तियां मिलने के उपरांत स्व. पोदार ¨सह के द्वारा मंदिर का निर्माण कराया गया। कहा कि जो मूर्तियों का अवशेष मिला है वो देखने में मुगलकालीन प्रतीत होता है। हालांकि श्रद्धालु इस छोटे से मंदिर की गाथाएं गाते रहते हैं।