बेटी की शहनाई बजने से पहले ही उठ गई पिता की अर्थी
औरंगाबाद। जहां बेटी की शादी की शहनाई की धुन बजने की तैयारी औरंगाबाद। जहां बेटी की शादी की शहनाई की धुन बजने की तैयारी होनी थी। वहां गम के आंसू बह रहा है। शायद भगवान को यही मंजूर था। बेटी को डोली में विदा करने से पहले ही बाप की अर्थी उठ गई।
औरंगाबाद। जहां बेटी की शादी की शहनाई की धुन बजने की तैयारी होनी थी। वहां गम के आंसू बह रहा है। शायद भगवान को यही मंजूर था। बेटी को डोली में विदा करने से पहले ही बाप की अर्थी उठ गई। इस ह्दयविदारक घटना ने पूरे मोहल्ले वासियों को झकझोर कर रख दिया है। जिस घर में खुशियों और शहनाई की धुन बजनी थी। वह मातम का माहौल कायम हो गया। दुर्भाग्य तो उस बेटी की भी है, जो सुहागन बनने से पहले अपने पिता के आशीर्वाद से वंचित रह गई। शुक्रवार को नवीनगर के मंगल बाजार निवासी संजय कुमार गुप्ता के घर पर कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां बता दें बीते की गुरुवार की रात में सड़क हादसे में लड़की के पिता समेत चार सगे-संबंधियों की मौत हो गई। बेटी की विदाई के पहले ही पिता संजय की दुनिया से विदाई हो गई। संजय की अर्थी उठी तो गांव के लोगों की आंखें नम रही। एक सप्ताह से संजय के घर में बेटी की शादी समारोह की तैयारी चल रही थी। संजय अपनी बड़ी बेटी अनामिका कुमारी उर्फ डॉली की शादी काफी धूमधाम से कर रहे थे। वे बेटी की तिलक चढ़ाने गुरुवार को झारखंड के पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के सेमरटांड गांव में गए हुए थे। रात्रि में तिलक चढ़ा कर घर नवीनगर लौट रहे थे की अंबा- डाल्टेनगंज पथ में छतरपुर थाना क्षेत्र के सड़मा कॉलेज मोड़ के पास खड़े ट्रक में टक्कर हो जाने से संजय गुप्ता समेत कार में सवार चार रिश्तेदारों की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। संजय एवं रिश्तेदारों की मौत की खबर जैसे ही घर पहुंची घर से लेकर गांव तक कोहराम मच गया। स्वजन चीत्कार मारकर रोने लगे। स्वजनों की करुणा क्रंदन से गांव का महौल गमगीन हो गया। मृतक की पत्नी सुनीता देवी एवं बेटी अनामिका रोते हुए बेहोश हो जा रही थी। जब भी होश आता सुनिता अपने पति और अनामिका पिता को खोजने लगती। मां और बेटी की रुलाई देख सभी की आंखें नम रही। मां रोते हुए कहती रही अब हमारी बेटी की शादी कौन करेगा। मेरे चारों बच्चों की परवरिश कैसे होगा। बच्चे अब किसे पापा कहकर बुलाएगें। बेटी अनामिका उर्फ डॉली के क्रंदन से सभी की आंखों में आंसू बहता रहा। अनामिका रोते हुए एकही रट लगाती रही पापा मेरी शादी कौन करेगा। अब मैं किसे पापा कह कर बुलाऊंगी।