Move to Jagran APP

यूरिया खाद के लिए किसानों को करना होगा चार दिन इंतजार

यूरिया खाद के लिए किसानों को चार दिन और इंतजार करना पड़ेगा। 20-21 जनवरी तक खाद आने की उम्मीद है। इससे पहले जो किसान खाद का इंतजार कर रहे हैं उन्हें निराशा झेलनी पड़ेगी। रबी फसल के लिए 31840 मीट्रिक टन खाद की जरूरत थी। अब तक मात्र 16203 एमटी यूरिया खाद की खेप पहुंची है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 10:50 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 10:50 PM (IST)
यूरिया खाद के लिए किसानों को करना होगा चार दिन इंतजार
यूरिया खाद के लिए किसानों को करना होगा चार दिन इंतजार

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : यूरिया खाद के लिए किसानों को चार दिन और इंतजार करना पड़ेगा। 20-21 जनवरी तक खाद आने की उम्मीद है। इससे पहले जो किसान खाद का इंतजार कर रहे हैं उन्हें निराशा झेलनी पड़ेगी। रबी फसल के लिए 31,840 मीट्रिक टन खाद की जरूरत थी। अब तक मात्र 16,203 एमटी यूरिया खाद की खेप पहुंची है। पिछले आठ दिनों से औरंगाबाद बिस्कोमान में खाद का वितरण नहीं हो रहा है। निकट में आने की उम्मीद भी नहीं है। जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि तीन-चार दिनों बाद बिस्कोमान में 2200 मीट्रिक टन यूरिया खाद आने की उम्मीद है। दाउदनगर एवं हसपुरा में कुछ खाद बचे थे जिसका वितरण हो रहा है। राहत की बात यह है कि अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन को डीएम सौरभ जोरवाल की पहल पर सरकार ने रैक प्वाइंट घोषित किया है। अब तक औरंगाबाद का खाद सासाराम रैक प्वाइंट से आता था। जहां से आने में दो दिनों का समय लगता था। यहां से जिले के पैक्स, व्यापार मंडल अध्यक्ष एवं दुकानदारों को खाद का वितरण किया जाएगा। आपूर्ति के अनुसार दुकानों को आवंटन दिया जा रहा है। बारिश के कारण यूरिया खाद की बढ़ी मांग

loksabha election banner

बारिश के कारण यूरिया खाद की मांग बढ़ी है। किसान खेतों में खाद डालने को बेचैन हैं परंतु उन्हें मिल नहीं रहा है। खाद के लिए कई दिनों से औरंगाबाद का दौड़ लगा रहे कर्मा भगवान के किसान नंदकिशोर मेहता, शिवनपुर के शशिशंकर सिंह एवं विद्यानंद सिंह ने बताया कि गेहूं एवं सरसों के खेत में खाद डालना जरूरी है। पिछले सोमवार से खाद के लिए दौड़ रहे हैं। बाजार में भी खाद नहीं मिल रहा है। सिघा बिगहा गांव के किसान पप्पू यादव ने बताया कि दुकानों पर खाद नहीं मिल रहा है। कालाबाजारी हो रही है। बाहर से खाद लाकर दुकानदार ब्लैक में बेच रहे हैं। विभाग का इस पर कोई ध्यान नहीं है। एक एकड़ में 50 किलो खाद डालने की सलाह

कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के वैज्ञानिक डा. नित्यानंद कुमार ने बताया कि दो दिन पहले हुई बारिश के कारण खेतों में नमी है। किसान खेतों में यूरिया खाद डाल सकते हैं। उन्होंने एक एकड़ में 50 किलोग्राम यूरिया खाद डालने की सलाह दी है। बताया कि किसान खर-पतवार के नियंत्रण के लिए सल्फोसल्फ्यूरान एवं मेटसल्फ्यूरान का प्रयोग 16 ग्राम प्रति एकड़ कर सकते हैं। इसे 150 से 200 लीटर पानी में घोल बनाकर बुआई से 30 से 35 दिन पर करें तो लाभ होगा। चना एवं मसूर के खेत में घास के नियंत्रण के लिए इमेजाथायपर 400 मिलीलीटर प्रति हेक्टर 600 लीटर पानी में घोल बनाकर करें। चना में बुवाई के 30-35 दिन बाद साग की खोटाई अवश्य करें। यूरिया खाद को लेकर हंगामा चल रहा है। विभाग जीरो टालरेंस के मामले में कोई समझौता नहीं करेगी। जो विक्रेता यूरिया की कीमत किसानों से अधिक लेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग ा किसानों को समय से खाद उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है परंतु आवंटन कम मिलने से परेशानी हो रही है।

रणवीर सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, औरंगाबाद।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.