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दंपतियों के लिए परिवार नियोजन है सुरक्षित

औरंगाबाद । स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 14 जनवरी से 31 जनवरी तक मिशन परिवार विकास अभियान औरंगाबाद । स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 14 जनवरी से 31 जनवरी तक मिशन परिवार विकास अभियान के तहत परिवार नियोजन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। इसके तहत आयोजित पखवाड़े के पहले सप्ताह में दंपति से संपर्क कर लाभार्थियों की सूची बनायी जायेगी और अंतिम सप्ताह में परिवार नियोजन सेवा प्रदान करनी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 11:03 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 11:03 PM (IST)
दंपतियों के लिए परिवार नियोजन है सुरक्षित
दंपतियों के लिए परिवार नियोजन है सुरक्षित

औरंगाबाद । स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 14 जनवरी से 31 जनवरी तक मिशन परिवार विकास अभियान के तहत परिवार नियोजन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। इसके तहत आयोजित पखवाड़े के पहले सप्ताह में दंपति से संपर्क कर लाभार्थियों की सूची बनायी जायेगी और अंतिम सप्ताह में परिवार नियोजन सेवा प्रदान करनी है। इन सभी गतिविधियों का संचालन कंटेंटमेंट जोन से बाहर के क्षेत्रों में किया जाना है। सभी कार्य कोविड 19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए किये जायेंगे। ऐसे समय में जब कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों में भय है, परिवार नियोजन कितना सुरक्षित है, इस पर लोग चर्चा कर रहे हैं। परिवार नियोजन के प्रति कम जानकारी के कारण कोरोना काल में उपजे इस भय को दूर करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आवश्यक जानकारी साझा की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है गर्भनिरोध व परिवार नियोजन से संबंधित सूचनाएं और सेवाएं जीवन रक्षक के रूप में हमेशा से महत्वपूर्ण रही हैं। कोविड 19 महामारी के दौरान दंपतियों में यौन व्यवहार व यौन संसर्ग नहीं रूके हैं। ऐसे समय में यह और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है कि उनतक परिवार नियोजन पहल से संबंधित सही सूचनाएं व सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाये। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना काल में भी परिवार नियोजन के सभी आधुनिक गर्भनिरोध के साधनों का इस्तेमाल सुरक्षित है। यदि कोई महिला गर्भधारण नहीं करना चाहती हैं तो वह अपनी पंसद के गर्भनिरोध के आधुनिक साधन का इस्तेमाल कर सकती हैं गर्भधारण व यौन संक्रमण की करें रोकथाम

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पुरुष परिवार नियोजन के लिए कंडोम का इस्तेमाल कर सकते हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कंडोम का इस्तेमाल गर्भधारण को रोकने के साथ ही यौन संचारित रोगों जैसे एचआइवी संक्रमण की रोकथाम के लिए कारगर है। इसका इस्तेमाल दूसरी अन्य प्रकार की गर्भनिरोध के आधुनिक साधनों के इस्तेमाल के साथ हो सकता है। उपयोग हो रहे गर्भनिरोध साधनों की आपूर्ति बाधित होने के कारण महिला ऐसे साधनों में अपनी पसंद के अनुसार बदलाव कर सकती है। छह माह आयुवर्ग के शिशुओं को स्तनपान करा रही महिलाएं भी चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर ऐसे साधनों का उपयोग अवश्य करें। स्वास्थ्य केंद्रों से प्राप्त किये जा सकते हैं ये साधन

प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के लिए गर्भनिरोध गोलियां व इंजेक्शन सहित कंडोम आदि की जानकारी ली जा सकती है। यह स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क उपलब्ध है। कोविड 19 महामारी के दौरान दो बच्चों के बीच दो से तीन साल का अंतराल रखने के लिए गोलियां, इंजेक्शन व कंडोम का इस्तेमाल सुरक्षित है।


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