औरंगाबाद में वर्षा के अभाव में बिचड़े का लक्ष्य नहीं हुआ पूरा
जागरण संवाददाता औरंगाबाद। जिले में बारिश नहीं होने से जिले में धान का बिचड़ा डालने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। धान की रोपनी अब तक एक प्रतिशत भी नहीं हो पाई है। देव रफीगंज मदनपुर प्रखंड में अधिकांश किसानों ने खेतों में धान का बिचड़ा नहीं डाला है।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। जिले में बारिश नहीं होने से जिले में धान का बिचड़ा डालने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। धान की रोपनी अब तक एक प्रतिशत भी नहीं हो पाई है। देव, रफीगंज, मदनपुर प्रखंड में अधिकांश किसानों ने खेतों में धान का बिचड़ा नहीं डाला है। इधर हुई वर्षा के बाद किसानों के द्वारा खेतों में धान का बिचड़ा डाला जा रहा है। जिन किसानों ने बोरिग से धान का बिचड़ा खेतों में डाला है वह रोपने लायक हो गया है। ऐसे किसान भी पानी के अभाव में रोपनी नहीं कर पा रहे हैं। देव के बेढ़नी गांव निवासी बीरेंद्र कुमार सिंह, संजय सिंह, गोपालपुर गांव निवासी शेखर सिंह ने बताया कि वर्षा नहीं होने के कारण प्रखंड के अधिकांश किसानों ने अपनी खेतों में धान का बिचड़ा नहीं डाला है। शनिवार की सुबह में वर्षा हुई है। कुछ किसान किसी तरह बोरिग से धान का बिचड़ा किए हैं। किसानों ने बताया कि बिचड़ा डालने का यह समय आद्रा नक्षत्र सबसे अच्छा माना जाता है और नक्षत्र करीब दस दिन बीत गए, ऐसी स्थिति में बारिश के अभाव में किसान परेशान हैं। उत्तर कोयल नहर में पर्याप्त पानी नहीं है। जिला कृषि पदाधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि जिले में वर्षा नहीं होने के कारण किसानों को धान को बिचड़ा डालने एवं धान रोपनी करने में परेशानी हो रही है। इस सप्ताह बारिश होने की उम्मीद है। बारिश होगी तो बिचड़ा डालने का लक्ष्य शत प्रतिशत पूरा होगा। धान रोपनी भी शुरू होगी। एक लाख 60 हजार हेक्टेयर में रोपनी का है लक्ष्य : जिले में इस वर्ष एक लाख 60 हजार 445 हेक्टेयर में धान रोपनी का लक्ष्य है। अबतक एक प्रतिशत लक्ष्य भी पूरा नहीं हुआ है। जिला कृषि कार्यालय के अनुसार करीब 1000 हेक्टेयर में धान की रोपनी की गई है। बिचड़ा डालने का लक्ष्य 80 प्रतिशत पूरा हुआ है। 16,044 हेक्टेयर में धान का बिचड़ा डालने का लक्ष्य है। अब तक मात्र 12,852 हेक्टेयर में किसानों ने बिचड़ा डाला है।