शहर में सेविका व सहायिका का प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को आंगनबाड़ी सेविका एवं सह
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं ने शहर में प्रदर्शन दिया। गांधी मैदान से निकला प्रदर्शन रमेश चौक, समाहरणालय होते दानी बिगहा बस स्टैंड पहुंचा जहां रालोसपा के कार्यकर्ताओं से विवाद हो गया। यहां नवनिर्मित पार्क परिसर में सेविका संघ के द्वारा धरना देने के लिए अपना टेंट लगा दी गई थी। परिसर में रालोसपा का सम्मेलन आयोजित किया गया था। टेंट लगाने व पार्क परिसर में रालोसपा नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध करने के बाद प्रदर्शन में शामिल सेविका एवं सहायिकाओं ने केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा एवं पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। विवाद की सूचना के बाद एसडीओ डा. प्रदीप कुमार पहुंचे और सेविकाओं के लिए बस स्टैंड में कार्यक्रम करने के लिए जगह का परमिशन देने की बात कही। एसडीओ के आदेश के बाद सेविकाओं ने बस स्टैंड पहुंचे और धरना दिया। संघ के जिलाध्यक्ष डैजी, उपेंद्र शर्मा, सूर्यदेव पांडेय, विभा कुमारी ने कहा कि जबतक सेविकाओं की नौकरी स्थायी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। कहा कि 3000 मिलने वाला मानदेय में परिवार तो दूर अपना भरण पोषण भी नहीं होता है। 18000 मानदेय बढ़ाने की मांग की। सेविकाओं ने मान्य नहीं सम्मान चाहिए, 3000 में दम नहीं, 18000 से कम नहीं, शीशी बोतल फोड़ दो मोदी नीतीश गद्दी छोड़ दो के नारे बुलंद किए। संघ नेताओं ने कहा कि देश से कुपोषण मिटाने में आंगनबाड़ी सेविकाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। कम पैसे मिलने के कारण काफी कठिन दौर एवं समस्या के बीच केंद्र का संचालन किया जाता है। धरना के माध्यम से अपनी हक और अधिकार के लिए आवाज बुलंद किया।