आद्रा नक्षत्र के अंतिम मंगलवार पर मेले में भीड़
आद्रा नक्षत्र के अंतिम मंगलवार को अंबा के सतबहिनी मंदिर में पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने मंदिर में मां सतबहिनी की पूजा के बाद मेले का आनंद उठाया। सुबह छह बजे से श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होने लगी। प्रशासन के सहयोग से समिति के लोगों ने सभी श्रद्धालुओं को कतारबद्ध रहे।
अंबा (औरंगाबाद) । आद्रा नक्षत्र के अंतिम मंगलवार को अंबा के सतबहिनी मंदिर में पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने मंदिर में मां सतबहिनी की पूजा के बाद मेले का आनंद उठाया। सुबह छह बजे से श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होने लगी। प्रशासन के सहयोग से समिति के लोगों ने सभी श्रद्धालुओं को कतारबद्ध रहे। बारी-बारी से लोगों को दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश कराया गया। सतबहिनी मंदिर धार्मिक न्यास समिति के अनुसार करीब 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा अर्चना किया। अचानक राष्ट्रीय राजमार्ग 139 पर वाहनों की संख्या व श्रद्धालुओं की भीड़ लगने के कारण सड़क जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। हालांकि विधि व्यवस्था को लेकर प्रशासन द्वारा तैनात किए गए मजिस्ट्रेट के साथ थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में अंबा थाना की पुलिस तत्पर दिखी। दौरान पुलिस द्वारा कई असामाजिक तत्वों को मेले से बाहर खदेड़ा गया। पूजा के बाद श्रद्धालुओं ने मेले का आनंद उठाया। मेले में प्रतिवर्ष असामाजिक तत्वों द्वारा जुआ खेला जाता था। इस दौरान कुछ स्थानीय लोगों द्वारा बाहर से मेला देखने आए लोगों को जुआ खेला ठग लिया जाता था। वर्ष पुलिस की सक्रियता के कारण जुआ पूरी तरह से बंद रहा। इसके लिए स्थानीय बुद्धिजीवी पुलिस की प्रशंसा कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा इस वर्ष मेला के आयोजन में बेहतर सहयोग किया गया। पुलिस की तत्परता के कारण कोई अप्रिय घटना नहीं घटी है।
आद्रा के अंतिम दिन सूर्य मंदिर में महाप्रसाद का वितरण
देव (औरंगाबाद) । ऐतिहासिक सूर्य नगरी देव में भगवान भास्कर सेवा समिति देव के तत्वावधान में आद्रा नक्षत्र के अंतिम दिन मंगलवार को महाप्रसाद वितरण किया गया। महाप्रसाद वितरण में सैकड़ों महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया। महाप्रसाद में पंचमेवा के साथ घी में बने भगवान सूर्य को हलवा का भोग लगाकर वितरण किया गया। समिति के सदस्य गोलू कुमार गुप्ता ने बताया कि आद्रा नक्षत्र में मेले के दौरान समिति के सभी सदस्यों के सहयोग से प्रत्येक रविवार एवं मंगलवार को श्रद्धालुओं के लिए सूर्य कुंड तालाब परिसर में पेयजल की व्यवस्था की गई थी। भक्तों को पानी के लिए भटकना न पड़े इसके लिए आरओ वाटर रखा गया था। गर्मी की तपिश के कारण देव पहुंचने वाले भक्त पानी के लिए इधर-उधर भटकते थे। सूर्यकुंड तालाब के पास पानी की व्यवस्था की गई थी। आद्रा नक्षत्र के विदा होने के साथ मंगलवार सुबह से ही महाप्रसाद का वितरण किया गया। मंदिर परिसर में दोपहर बाद तक भक्तों के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया।