स्ट्रॉबेरी की खेती का मुआयना करेंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को अंबा के चिल्हकी बिगहा गांव में स्ट्रॉबेरी की खेती का मुआयना करेंगे। उनके आगमन के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। खेत को नया रंग-रूप दिया गया है। कुछ दिनों से फल नहीं तोड़ा गया है। सीएम के आगमन के मद्देनजर चिल्हकी बिगहा गांव को सजा दिया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को अंबा के चिल्हकी बिगहा गांव में स्ट्रॉबेरी की खेती का मुआयना करेंगे। उनके आगमन के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। खेत को नया रंग-रूप दिया गया है। कुछ दिनों से फल नहीं तोड़ा गया है। सीएम के आगमन के मद्देनजर चिल्हकी बिगहा गांव को सजा दिया गया है।
दरअसल, 'जल, जीवन हरियाली यात्रा' के तहत अंबा के चिल्हकी बिगहा गांव में मुख्यमंत्री आ रहे हैं। मुख्यमंत्री यहां कृषि क्रांति की नई तस्वीर देखेंगे। उनकी यात्रा से स्ट्रॉबेरी की खेती को राज्य में बढ़ावा मिलने की संभावना है। किसानों को अपना उत्पाद बेचने के लिए बाजार मिल सकता है। उन्हें उम्मीद है कि क्षेत्र में कृषि विकास के लिए मुख्यमंत्री कोई बड़ी घोषणा जरूर करेंगे।
किसान बृजकिशोर मेहता व रघुपत मेहता ने बताया, उन्होंने वर्ष 2013 में प्रायोगिक तौर पर करीब 15 कट्ठे में इसकी खेती शुरू की थी। जब लागत कम और मुनाफा अधिक हुआ तो इस खेती को अधिक रकबे में शुरू किया गया। आज प्रखंड के करीब 20 किसान यहां सात एकड़ में खेती कर रहे हैं। धनीबार गांव में करीब दो एकड़ में स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू हुई है। अंबा पेट्रोल पंप के पास करीब एक एकड़ में खेती की जा रही है। किसानों ने बताया कि इस खेती के लिए भूमि अनुकूल है। एक एकड़ में लागत करीब दो से ढाई लाख और आमदनी करीब छह से सात लाख रुपये है। बताया जाता है कि जीविका समूह की महिलाओं द्वारा भी इस खेती को अपनाया जा रहा है। संवर गया चिल्हकी बिगहा गांव
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर चिल्हकी बिगहा गांव संवर गया है। गांव में खुशी की लहर है। मुख्यमंत्री के स्वागत की तैयारियां की गई हैं। सोमवार सुबह से अधिकारियों के आगमन का सिलसिला शुरू हुआ, जो शाम तक जारी रहा। कनीय अधिकारी गांव में कैंप कर सड़क, बिजली समेत तमाम तरह के विभागीय कार्य को कराने में लगे रहे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सुबह से ही नवीनगर विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह, पूर्व विधायक ललन राम, रेणु देवी, जिलाध्यक्ष धर्मेद्र कुमार आदि नेताओं का जमावड़ा लगा रहा।