17 दिसंबर को औरंगाबाद आएंगे मुख्यमंत्री, तैयारी तेज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल-जीवन-हरियाली यात्रा के तहत 17 दिसंबर को औरंगाबाद आएंगे। कहा जा रहा है कि सीएम स्ट्रॉबेरी की खेती देखने अंबा जा सकते हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'जल-जीवन-हरियाली यात्रा' के तहत 17 दिसंबर को औरंगाबाद आएंगे। कहा जा रहा है कि सीएम स्ट्रॉबेरी की खेती देखने अंबा जा सकते हैं। संभावित यात्रा की तैयारी में अधिकारी लगे हैं। डीएम राहुल रंजन महिवाल बुधवार को अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ अंबा के उच्च विद्यालय चिल्हकी खेल मैदान का निरीक्षण करने पहुंचे।
खेल मैदान पर हेलीपैड निर्माण के लिए अधिकिरियों ने स्थल का निरीक्षण किया। चर्चा है कि मुख्यमंत्री विधानसभा चुनाव को लेकर जनता का मूड भांपने एवं विकास कार्य की समीक्षा करने आएंगे। लंबे अर्सें से औरंगाबाद नहीं आए हैं। अंबा के नागरिकों को नए विकास का तोहफा मिल सकता है। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासकीय खेमे में हलचल तेज हो गई है। अधिकारी मुख्यमंत्री के ठहरने से लेकर सभास्थल, नए उपक्रमों को देखने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के चयन में जुट गए हैं। खेल मैदान में उतरेगा हेलीकॉप्टर
'जल जीवन हरियाली यात्रा' पर आ रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हेलीकॉप्टर उच्च विद्यालय चिल्हकी खेल मैदान पर उतरने की संभावना है। डीएम राहुल रंजन महिवाल, डीडीसी अंशुल कुमार, एसपी दीपक वर्णवाल, एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह, एसडीएम डा. प्रदीप कुमार, बीडीओ लोक प्रकाश, सीओ अनिल कुमार, बिजली विभाग के अधिकारी चंदन कुमार, पथ निर्माण विभाग के अधिकारी समेत स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि नवीन कुमार सिंह उर्फ मंटू, आकाश कुमार, जदयू के महासचिव वीरेंद्र मेहता ने स्थल का मुआयना किया। इस दरम्यान प्रगतिशील किसान बृजकिशोर मेहता, रघुपत मेहता मौजूद रहे। मुख्यमंत्री की यात्रा को सफल बनाने के लिए उनके दौरे को अविस्मरणीय बनाने के लिए तीर्थ स्थलों से लेकर विभिन्न आयामों को देखने में जिले के वरीय अधिकारी लगे हैं।
निकट से देखेंगे स्ट्रॉबेरी की खेती
औरंगाबाद जिले के कृषि में नई क्रांति बनकर उभर रहा कुटुंबा प्रखंड के चिल्हकी बिगहा गांव में लगे स्ट्रॉबेरी की धमक अधिकारी, किसानों से लेकर अब मुख्यमंत्री तक पहुंचने की संभावना है। स्ट्रॉबेरी फसल को मुख्यमंत्री निकट से देख सकें इसके लिए डीएम, एसपी, डीडीसी, एडीएम समेत तमाम आला अधिकारियों ने बुधवार को चिल्हकी बिगहा गांव में बृजकिशोर मेहता एवं रघुपत मेहता के स्ट्रॉबेरी खेत तक पहुंचे। मुख्यमंत्री को खेत तक आने के लिए सड़क एवं रास्ते का निर्माण को हरी झंडी दी गई। एनएच 139 सड़क से चिल्हकी बिगहा जाने वाली सड़क को तत्काल बनाए जाने की आवश्यकता को समझते हुए इस पर कार्य शुरू कराया गया है। स्ट्रॉबेरी की खेती को मिल सकता है नया आयाम राज्य व जिले में स्ट्रॉबेरी की खेती कर सुर्खियों में आया अंबा के चिल्हकी बिगहा, धनीवार गांव को मुख्यमंत्री को स्ट्राबेरी को निकट से देखने के बाद इसके भारी पैमाने पर उत्पादन का रास्ता बन सकेगा। मुख्यमंत्री कृषि विभाग से इस खेती को सर्वमान्य महत्व देने के लिए उत्साहित कर सकते हैं। किसानों को उम्मीद है कि वर्षों से की गई मेहनत को अब बिहार सरकार का भरपूर सहयोग मिल सकता है। मुख्यमंत्री बताएंगे जल-जीवन-हरियाली का महत्व वैसे तो मुख्यमंत्री के इस यात्रा का मूल उद्देश्य राज्य में घट रहे जल स्तर एवं हरियाली को मजबूती प्रदान करना है। यात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री लोगों को पेड़ लगाने, जल संचय करने तथा अन्य पर्यावरण विषयक तथ्यों से अवगत कराएंगे। वर्तमान में बिहार के 15 प्रतिशत भू-भाग पर ही हरियाली अर्थात पेड़ पौधे हैं। इसे अगले कुछ वर्षों में 17 से ज्यादा प्रतिशत बढ़ाने की योजना है। मुख्यमंत्री उक्त यात्रा के माध्यम से लोगों को पर्यावरण की चिता से भी अवगत कराएंगे और इसे सु²ढ़ करने के लिए उपाय सुझाएंगे। मुख्यमंत्री सीधे तौर पर जनता से जुड़ने के लिए ऐसी यात्रा को अंजाम देते आए हैं। इससे उन्हें अपने द्वारा किए गए विकास कार्य को भी निकट से देखने का अवसर मिल जाता है तथा जनता से सीधा संवाद भी कायम होता है। कुटुंबा प्रखंड पर रही है विशेष नजर
मुख्यमंत्री अपने पहली चुनावी सभा में ही कुटुंबागढ़ को देख जीत के बाद आने का वादा कर गए थे। जब वे मुख्यमंत्री बने थे तब उन्होंने कुटुंबागढ़ एवं कल्पवृक्ष धाम पर यात्रा में आए थे। इस बार भी लोकसभा चुनाव में कुटुंबागढ़ मैदान पर कहा था कि वे एक बार फिर गढ़ देखने आएंगे। मुख्यमंत्री की कुटुंबा की यह चुनावी सभा को लेकर चौथी-पांचवीं यात्रा है। कुटुंबा की ऐतिहासिकता व पर्यावरण से वे खासे प्रभावित दिखे थे। मुख्यमंत्री के आगमन की खबर से खुशी
अंबा के ग्रामीणों ने जब से सुना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने जल जीवन हरियाली यात्रा पर यहां आने वाले हैं तो उनकी खुशी बढ़ गई है। हर तरफ आवाज उठ रही है कि जब मुख्यमंत्री आएंगे तो निसंदेह वे कई विकास योजनाओं का सौगात कुटुंबा प्रखंड को देंगे। मुख्यमंत्री से लोगों को निकट से मिलकर अपनी समस्या से अवगत कराने का अवसर भी मिलेगा।