चंपारण सत्याग्रह शताब्दी पर धरना
भाकपा माले के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को अंचल कार्यालय के समक्ष धरना।
औरंगाबाद। भाकपा माले के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को अंचल कार्यालय के समक्ष धरना दिया। अध्यक्षता रमेश पासवान एवं संचालन वीरेंद्र कुमार वर्मा ने की। सचिव रमेश ने कहा कि महात्मा गांधी के ऐतिहासिक चंपारण सत्याग्रह को लेकर राज्य सरकार शताब्दी समारोह मना रही है परंतु चंपारण संघर्ष को याद नहीं कर रही है। संघर्ष में जहां किसानों के लिए अंग्रेजों से लाखों एकड़ भूमि को निजात दिलाकर कहा था कि वो जमीन किसानों के लिए आजाद हो गए हैं। मोदी और नीतीश के राज में किसान मजदूरों का शोषण भयंकर हो रहा है। एक तरफ कारपोरेट के चाटुकार मोदी नीतीश बड़े पैमाने पर किसानों एवं देश की बहुफसली जमीन को हटा रहे हैं दूसरी तरफ चंपारण सत्याग्रह का सम्मान हो रहा है। सरकार जमींदारों किसानों की भूमि को विकास के नाम पर भेंट चढ़ा रही है। मजदूरों व भूमिहीनों को जमीन से बेदखल कर रही है। चंपारण सत्याग्रह के उद्देश्यों से भटकाने पर नीतीश की ¨नदा करते हैं। मांग करते हैं कि जिनके पास आवास नहीं है उन्हें पांच डिसमिल जमीन देने की गारंटी करो, बटाईदारों पट्टादारों मनीदारों की पहचान पत्र देने के बाद सरकारी सुविधा दो, पीपी एक्ट के तहत सभी गरीबों को पर्चा दो, पर्चा धारियों की जमीन पर कब्जा दिलाओ। मुनारिक राम, राजकुमार भगत खेमस जिला सचिव, योगेन्द्र राम, वीरेन्द्र मेहता, उमेश पासवान, वीरेन्द्र प्रजापति, बैजनाथ प्रजापति, उमेश प्रजापति, रजन्ती देवी, यशोदा कुंवर, मनीता देवी, मेजु देवी मुन्नी देवी कलावती देवी पार्वती देवी धरना स्थल पर मौजूद थे। मांगों से संबंधित ज्ञापन सीओ को सौंपा।