कोरोना काल में आर्थिक तंगी में व्यवसायी व किसान
कोरोना के बढ़ते संक्रमण से गत वर्ष से प्रभावित खासकर छोटे दुकानदार व किसान परेशान हैं।
हसपुरा (औरंगाबाद): कोरोना के बढ़ते संक्रमण से गत वर्ष से प्रभावित खासकर छोटे दुकानदार व किसान अभी उबर नहीं पाए थे कि एक बार फिर लॉकडाउन हो गया। भले ही पिछले एक सप्ताल से लॉकडाउन जारी है, लेकिन अप्रैल माह से दुकान प्रभावित है। अप्रैल से ही कभी बंद तो कभी खोलने का आदेश और एक सप्ताह से तो दुकानों में ताला लटका हुआ है।
व्यवसाय तो प्रभावित हुआ ही खासकर मुद्रा ऋण लेकर व्यवसाय करने वाले दुकानदारों की स्थिति और भी दयनीय हो गई है। छोटे व्यवसायी भूपेंद्र कुमार, अजय कुमार, जितेंद्र कुमार ने कहा कि छोटे दुकान से ही उनकी परिवार का भरण पोषण होता है। लेकिन दुकान के बंद होने से उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गयी है। उनका कहना है कि परिवार का खर्च चलाना तो दूर दुकान का किराया कैसे भरपाई होगा इसकी चिता सताए जा रही है। व्यवसायियों ने मुद्रा ऋण माफी के साथ साथ उन्हें सरकार द्वारा राहत पैकेज देने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है। खुटहन गांव के किसान गया प्रसाद सिंह, डॉ. रामप्रवेश सिंह, हरि सिंह, जगदीश सिंह, डोमन सिंह, कृष्णा सिंह, चंद्रबिलास सिंह समेत दर्जनों किसानों ने कहा कि लॉकडाउन से उनका कृषि कार्य प्रभावित है। किसानों का कृषि ऋण माफी के साथ साथ पीएम किसान योजना द्वारा वर्ष में छह हजार रुपये को बढ़ाकर दोगुनी करने की मांग की है। बड़ौखर गांव के किसान तपेश्वर सिंह, मनपुरा के रविद्र सिंह, हैबसपुर के अंजनी सिंह, बाघोई के बबन सिंह, बीरभद्र सिंह समेत विभिन्न गांवों के किसानों ने कहा कि कोरोना वायरस से हुए लॉकडाउन से उन्हें गत वर्ष से क्षति है। किसानों की स्थिति को देखते हुए उनकी मांग सरकार पूरा करें।