22 दिनों के बाद अपहृत संजय का शव बरामद
मदनपुर थाना क्षेत्र के रानीकुंआ गांव से अपहृत संजय विश्वकर्मा का शव 22 दिनों बाद गया जिला के आमस थाना क्षेत्र से शुक्रवार को बरामद किया गया है। शव मिलते ही परिजनों का रोते बुरा हाल हो गया है।
मदनपुर थाना क्षेत्र के रानीकुंआ गांव से अपहृत संजय विश्वकर्मा का शव 22 दिनों बाद गया जिला के आमस थाना क्षेत्र से शुक्रवार को बरामद किया गया है। शव मिलते ही परिजनों का रोते बुरा हाल हो गया है।
ग्रामीणों के अनुसार, संजय का अपहरण 16 अक्टूबर को हुआ था। परिजन खोजबीन कर रहे थे। अपहरण की घटना के मामले में मृतक की पत्नी रेणु द्वारा आमस थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसमें गुरुआ थाना के भरौंधा गांव के उदय कुमार वर्मा, आमस थाना के चंडीस्थान के दुर्गा यादव एवं उसके पुत्र संग्राम यादव उर्फ तेजस्वी यादव को आरोपित किया गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही थी कि शुक्रवार को पुलिस को सूचना मिली की आमस थाना के तिलैयाटॉड के निकट खेत में एक शव गड़ा हुआ है। सूचना पर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन शुरू की। घटनास्थल से पुलिस ने एक घड़ी बरामद की जिससे स्पष्ट हुआ कि यह शव संजय विश्वकर्मा का है। बताया गया कि संजय नौकरी लगाने के लिए दुर्गा यादव को पैसा दिया था। नौकरी नहीं लगाने के बाद पैसे की मांग कर रहा था। पैसे को लेकर उत्पन्न हुए विवाद में उसे अपहरण कर लिया गया एवं साक्ष्य छिपाने के लिए हत्या कर शव को खेत में गाड़ दिया गया। परिजनों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस के वरीय पुलिस पदाधिकारी को बुलाने की मांग की तथा डॉग स्क्वायड से जांच कराने की मांग की है। परिजनों ने बताया कि घटना से यह स्पष्ट हो गया कि संजय को अपराधियों ने अपहरण कर हत्या कर दी है। शव मिलने के बाद पुलिस ने नामजद आरोपित दुर्गा यादव एवं संग्राम यादव के घर इश्तेहार चिपकाया है।
आमस थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि संजय विश्कर्मा का अपहरण हुए 22 दिन बीत गए। शव को कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज गया भेज दिया गया है। आरोपितों की की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है।