बगैर मास्क लगाए कोरोना के प्रति कर रहे जागरूक
औरंगाबाद। कोरोना के प्रति लोग गंभीर नहीं है। बाजार में भीड़ घटने के बजाय बढ़ती जा रही है। स्थिति यह है कि शहर में कोरोना के संक्रमित लगातार बढ़ रहे हैं।
औरंगाबाद। कोरोना के प्रति लोग गंभीर नहीं है। बाजार में भीड़ घटने के बजाय बढ़ती जा रही है। स्थिति यह है कि शहर में कोरोना के संक्रमित लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना के प्रति लोग अब जागरूक नहीं हैं। हद तो यह कि कोरोना के प्रति जागरुकता लाने को समाजसेवा में लगे लोग भी गंभीर नहीं हैं। शुक्रवार को पठानटोली निवासी मो. शहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान ने सामाजिक सदभाव का संदेश देते हुए शहर स्थित मंदिरों के पुजारी को मास्क, सैनिटाइजर, साबुन एवं अन्य सामान दिया। मास्क बांटने वाले खुद बगैर मास्क लगाए हुए थे। किसी के मुंह पर मास्क नहीं लगा था। बगैर मास्क के हम कितना सुरक्षित हैं, सोचा जा सकता है। सल्लू ने मानस मंदिर के पुजारी अजय पांडेय, श्रीराम पांडेय एवं मनीष पांडेय को मास्क के साथ अन्य सामान उपलब्ध कराया। शहर में वैसे हीं कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जांच में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसमें अधिकांश शहर के होते हैं। कोरोना की अधिकांश जांच एंटीजेन किट से हो रही है। एंटीजन किट को कोरोना जांच के लिए सही नहीं माना गया है। यहां सदर अस्पताल में तीन ट्रूनेट मशीन है। पहले 200 से 250 सैंपल की जांच होती है। अब यह संख्या सिमटकर 50 रह गई है। ट्रूनेट मशीन से जांच में 50 में से 7 से 10 की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। जांच के प्रति जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गंभीर नहीं हैं। हालत यह है कि लोग भी कोरोना को लेकर पूरी तरह से लापरवाह हो गए हैं।