कुटुंबा में शांतिपूर्ण माहौल में 57.78 प्रतिशत मतदान
कुटुंबा में चौथे चरण का पैक्स चुनाव रविवार को हल्की झड़प के साथ शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। वोटिग के दौरान कहीं मारपीट की घटना नहीं हुई।
कुटुंबा में चौथे चरण का पैक्स चुनाव रविवार को हल्की झड़प के साथ शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। वोटिग के दौरान कहीं मारपीट की घटना नहीं हुई। चुनाव पर्यवेक्षक निरंजन चौधरी, डीएम एवं एसडीओ प्रखंड क्षेत्र में भ्रमण कर पल-पल चुनाव कार्य का जायजा लेते रहे। आरओ सह बीडीओ लोकप्रकाश ने बताया कि कुटुंबा प्रखंड के 16 पैक्सों में चुनाव कराया जा रहा था। इसके लिए विभिन्न पैक्सों में 66 बूथ बनाया गया था।
कुल मतदाता 40 हजार 837 थे, जिसमें से 15 हजार 620 पुरूष व 7 हजार 976 महिला मतदाता वोटिग किए। उन्होंने बताया कि 57.78 प्रतिशत मतदान हुआ। बीडीओ ने बताया कि चुनाव के दौरान दो व्यक्ति मटपा बूथ एवं एक दधपा बूथ पर आपस में झंझट करते मौके पर पकड़े गए। त्वरित कार्रवाई करते हुए हिरासत में ले लिया गया। चुनाव संपन्न होने के बाद सभी को छोड़ दिया गया। एआरईओ सह एमओ लल्लू कुमार सिंह ने बताया कि मटपा बूथ पर पी-1 युगेश्वर राम की भाभी की मौत हो गई थी। उनके जगह पर चुनाव कराने के लिए पी-1 के रूप में मोहन महतो को लगाया गया। सबसे अधिक परता में हुई वोटिग
एआरईओ ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि पैक्स चुनाव के दौरान प्रखंड के परता मिडिल स्कूल के बूथ संख्या 12(बी) पर सबसे अधिक 73.17 व 12(सी) पर 72.54 प्रतिशत मतदान हुआ। इसी तरह से डूमरा पैक्स के बूथ संख्या 5(बी) पर 73 प्रतिशत तथा दधपा मिडिल स्कूल के बूथ संख्या 4(ग) पर 70 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरे तरफ मिडिल स्कूल अंबा के बूथ संख्या 1(ए) पर सबसे कम 39.64 प्रतिशत वोटिग हुई। सुबह 7 से 8 बजे तक 6.68 मतदान
चुनाव प्रतिशत के संबंध में एआरईओ सह लेवर इसंपेक्टर परमानंद पासवान ने बताया कि सुबह 7 बजे से मतदाता शुरू करा दिया गया था। 8 बजे तक मात्र 6.68 मतदान हुआ था। इसके बाद 9 बजे तक 16.56 प्रतिशत, 10 बजे तक 27.82 प्रतिशत ,11बजे तक 39. 10 प्रतिशत, एक बजे तक 51.78 एवं अंतिम समय दो बजे तक 57.78 प्रतिशत मतदान हुआ है। वृद्ध ने बेटे के कंधे पर आकर किया मतदान
दधपा गांव स्थित मध्य विद्यालय के बूथ पर पैक्स चुनाव में वोटिग करने एक वृद्ध पुत्र के कंधे पर चढ़कर आए। रामपुर गांव निवासी 80 वर्षीय ब्रह्मदेव पासवान पैक्स चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग शरीर के लाचार होने के बावजूद किया। उनके इस जज्बे को देख लोगों सन्न रह गए। उन्होंने वोटिग किया और पुत्र के कंधे पर सवार हो घर चले गए।