दो करोड़ के घोटालेबाज के घर इश्तेहार होगा चस्पा
दो करोड़ से अधिक सरकारी राशि गबन मामले में फरार चल रहे मेगासॉफ्ट कॉलेज के संचालक
दो करोड़ से अधिक सरकारी राशि गबन मामले में फरार चल रहे मेगासॉफ्ट कॉलेज के संचालक सह मनरेगा के लोकपाल रहे डॉ. विनोद कुमार, कॉलेज के सचिव सह संचालक के पुत्र अभिषेक प्रियदर्शी, जिले के तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी शांतिभूषण आर्य, कल्याण कार्यालय के तत्कालीन नाजीर जनक नंदन ¨सह एवं तत्कालीन सहायक विजय कुमार के खिलाफ मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कार्यालय से इश्तेहार निर्गत हुआ है। मामले में दर्ज कांड के अनुसंधानकर्ता ओमप्रकाश कुमार ने बताया कि आज मंगलवार को महाराजगंज रोड स्थित कॉलेज में ढोल और नगाड़ा के साथ इश्तेहार को चस्पा किया जाएगा। कॉलेज में इश्तेहार चिपकाने के बाद कर्मा रोड स्थित सहायक के आवास पर चिपकाया जाएगा। दोनों के घर के बाद तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी एवं नाजीर के घर इश्तेहार चिपकाया जाएगा। आइओ ने बताया कि जिला कल्याण विभाग से छात्र छात्राओं को मिलने वाली छात्रवृत्ति राशि गबन मामले में 11 सितंबर 2018 को वर्तमान जिला कल्याण पदाधिकारी कृष्णकुमार सिन्हा ने सभी के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया है। आरोपितों पर दो करोड़ से अधिक छात्रवृति राशि गबन करने का आरोप है। प्राथमिकी के बाद से सभी आरोपित फरार हैं। गिरफ्तारी के लिए कई बार कई जगहों पर छापेमारी की गई पर आरोपित फरार मिले। इश्तेहार के बाद सभी आरोपितों के घर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। घर का सभी सामान कुर्क कर थाना लाया जाएगा। बताया जाता है कि आरोपित जिला कल्याण पदाधिकारी वर्तमान में उप निदेशक पद पर तैनात हैं। पूर्व में सासाराम में पदस्थापन के समय देवकुंड थाना पुलिस ने सरकारी राशि गबन मामले में इनके अलावा कल्याण कार्यालय के तत्कालीन नाजिर कुजूर को गिरफ्तार कर जेल भेज भेज चुकी है। कई माह जेल में रहने के बाद दोनों जमानत पर बाहर निकले हैं कि फिर कल्याण पदाधिकारी की गिरफ्तारी में पुलिस लग गई है। बता दें कि कल्याण से मिलने वाली छात्रवृत्ति राशि में बड़ा घोटाला है। अगर सही तरीके से जांच की जाए तो कई कॉलेज के संचालक जेल में होंगे।