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अरवल में माकपा के सम्मेलन में उठा महंगाई व भ्रष्टाचार का मुद्दा

संवाद सहयोगी कलेर अरवल प्रखंड क्षेत्र के पहाड़पुर गांव मे बुधवार को कामेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता में माकपा शाखा सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की शुरूआत पार्टी का झंडोत्तोलन कर किया गया। जिला सचिव अरुण कुमार ने कहा कि चारों तरफ महंगाई व भ्रष्टाचार से लोग पीड़ित हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jun 2022 11:27 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jun 2022 11:27 PM (IST)
अरवल में माकपा के सम्मेलन में उठा महंगाई व भ्रष्टाचार का मुद्दा
अरवल में माकपा के सम्मेलन में उठा महंगाई व भ्रष्टाचार का मुद्दा

संवाद सहयोगी, कलेर, अरवल:

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प्रखंड क्षेत्र के पहाड़पुर गांव मे बुधवार को कामेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता में माकपा शाखा सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की शुरूआत पार्टी का झंडोत्तोलन कर किया गया। जिला सचिव अरुण कुमार ने कहा कि चारों तरफ महंगाई व भ्रष्टाचार से लोग पीड़ित हैं। किसी का कोई सुनने वाला नहीं, सरकारी कार्यालयों की कुर्सी पर भ्रष्ट लोग बैठे हुए हैं। गरीब अपना हक पाने में लाचार हो रहा है। उसे उसका अधिकार नहीं मिल रहा है। अपने अधिकार के लिए लाल झंडा को मजबूत करना होगा और कदम से कदम मिलाकर बढ़ना होगा। उन्होने कहा कि आज गरीबी, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, पलायन जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर आंदोलन करने की आवश्यकता है।इस मौके पर रामचंद्र पाठक,सुरेश सिंह, सुभाष यादव, मुन्ना पासवान, चंद्रिका राम, सुनैना राम, रामस्वरूप राजबंशी के साथ दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे। जैव विविधता दिवस पर गोष्ठी का आयोजन

संवाद सहयोगी,करपी,अरवल;:

विश्व जैव विविधता दिवस के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। भारतीय विरासत संगठन के अध्यक्ष साहित्यकार व इतिहासकार सत्येन्द्र कुमार पाठक ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि जैव विविधता जीवों एवं पारिस्थितिकी तंत्रों की संरक्षण एवं संब‌र्द्धन की आवश्यकता है। सम्पूर्ण विश्व में '22 मई' को मनाया जाता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय पर्व है। 1992 में ब्रा•ाील के रियो डि जेनेरियो में हुए जैव विविधता सम्मेलन के अनुसार जैव विविधता को जैव विविधता के कमी होने से प्राकृतिक आपदा, बाढ़, सूखा और तूफ़ान आदि आने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। जैव विविधता का संरक्षण बहुत •ारूरी है।प्राकृतिक एवं पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में इसका महत्व अधिक है। जैव विविधता का सामाजिक, नैतिक तथा प्रत्यक्ष रूप से संरक्षण एवं संव‌र्द्धन करना आवश्यक है। इस मौके पर प्रवीण कुमार पाठक,प्रो. उर्वशी कुमारी सहित कई लोग उपस्थित थे।


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