बालू घाट के मुंशी को अपराधियों ने मारी गोली
अरवल। लंबे दिनों से शांत इस जिले को एक बार फिर अशांत किए जाने की कोशिश की जा रही है। इस कोशिश के
अरवल। लंबे दिनों से शांत इस जिले को एक बार फिर अशांत किए जाने की कोशिश की जा रही है। इस कोशिश के तहत स्थानीय पुनपुन नदी जनकपुर घाट पर रविवार की मध्य रात्रि अपराधियों ने ताबड़तोड़ फाय¨रग की। एक ओर जहां वे लोग हवा में गोलियां दागकर जनकपुर घाट तथा उसके आसपास रहने वाले लोगों में दहशत पैदा किए जाने की कोशिश कर रहे थे वहीं घाट के समीप अवस्थित कमरे में दूबके लोगों को किसी भी हालत में कमरे को खोलने के लिए दबाव बना रहे थे। हालांकि अपराधियों के दबाव के बावजूद भी उनलोगों ने कमरा नहीं खोला। कमरे नहीं खोले जाने के कारण अपराधी गुस्से में आ गए और उनलोगों ने खिड़की तथा दीवार की छेद से ताबड़तोड़ गोलियां दागी। अपराधियों द्वारा गोली चलाए जाने के कारण संजय ¨सह नामक मुंशी के जांघ और पीठ में गोली लगी। संजय पटना जिले के मनेर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव का रहने वाला बताया जाता है। जख्मी मुंशी को इलाज के लिए स्थानीय सदर अस्पताल लाया गया जहां से चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया। इस सिलसिले में संजय के साथ कमरे में सो रहे एक अन्य मुंशी भोजपुर जिले के कोइलवर थाना क्षेत्र के जमालपुर गांव निवासी परमेश्वर ¨सह के बयान के आधार पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। घटना की जानकारी मिलते ही अपने कनीय अधिकारियों के साथ नगर थानाध्यक्ष रंजीत वत्स वहां पहुंचे। थानाध्यक्ष ने बताया कि अब तक की जानकारी के अनुसार अपराधी लूटपाट किए जाने के उद्देश्य से वहां पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि कमरे में सोए हुए लोगों के द्वारा अंदर का दरवाजा बंद रखे जाने के कारण उनलोगों ने खिड़की से गोली चलाई। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जख्मी संजय के अलावा परमेश्वर सहित तीन लोग बालू घाट पर चालान काटने का काम करते थे। घाट का ठेका मोर मुकुट कंपनी को मिला है। परमेश्वर ने बताया कि वे सभी तीन लोग कमरे में सोए हुए थे। तकरीबन डेढ़ बजे रात्रि में संजय को प्यास लगी। पानी पीने के उद्देश्य से वह मुख्य दरवाजे को खोलकर बाहर निकला ही था कि एक अपाची तथा एक पल्सर मोटरसाइकिल पर सवार होकर चार अपराधी वहां आ धमके। वहां आते ही वे लोग ताबड़़तोड़ फाय¨रग करने लगे। अपराधियों को आते देखते ही संजय कमरे में घूस गया और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया। परमेश्वर के अनुसार अपराधी बार-बार दरवाजा खोलने के लिए दबाव दे रहे थे। जबकि वे लोग दरवाजा खोलने को तैयार नहीं थे। अपराधियों द्वारा खिड़की तथा दिवाल की छेद से फाय¨रग की जाने लगी। हालांकि वे लोग जान बचाने के उद्देश्य से चौकी के अंदर घूस गए। बावजूद संजय जख्मी हो गया।