महागठबंधन व वामदलों ने निकाला आक्रोश मार्च
अरवल। केंद्र एवं राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरुद्ध में महागठबंधन एवं वाम दल के संयुक्त तत्वावधान में आक्रोश मार्च निकाला गया।
अरवल। केंद्र एवं राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरुद्ध में महागठबंधन एवं वाम दल के संयुक्त तत्वावधान में आक्रोश मार्च निकाला गया। इसमें रालोसपा राजद ,कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआईएम, हम एवं वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए। आक्रोश मार्च भगत सिंह चौक से होता हुआ समाहरणालय पहुंचा। इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस अवसर पर वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि देश एक अराजक दौर से गुजर रहा है। केंद्र में दोबारा सत्ता में आने के बाद भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए की सरकार जन सरोकारों पर हमला कर रही है ।केंद्र की सरकार ने आम लोगों को जो सपने दिखाया था वह आज तक पूरा नहीं किया गया। देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। सरकार से सवाल पूछने वाले को देशद्रोही घोषित कर दिया जा रहा है। दलितों तथा अल्पसंख्यकों, पिछड़ों एवं अति पिछड़ों के खिलाफ एक सुनियोजित अभियान देश में चलाया जा रहा है। सरकार द्वारा रिजर्व बैंक तथा सीबीआई के साथ ही चुनाव आयोग से लेकर न्यायपालिका पर अंकुश लगाया जा रहा है ।स्टेट बैंक के द्वारा अमीरों को दिए गए 76 हजार करोड़ के कर्ज को खाते में डाल दिए गए। देश के दूसरे बैंकों को मिलाकर यह रकम 2. 75 लाख करोड़ हो जाती है। सरकार की नाकामियों के खिलाफ साझा प्रदर्शन चलाने का आह्वान किया गया। प्रदर्शन का नेतृत्व रालोसपा के जिलाध्यक्ष सुभाष चंद्र यादव ,प्रदेश उपाध्यक्ष अरविद कुमार निषाद ,हम के जिलाध्यक्ष सुनील शर्मा, राजद के रामेश्वर चौधरी, सीपीआई के जिला सचिव अरुण कुमार, सीपीआईएम के एसएम सगीर, वीआईपी पार्टी के ऋषि पाल के अलावा सभी सम्मिलित पार्टी के अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।