बच्चे संस्कारी बने तभी जीवन की जटिलताओं से उभर सकते
अरवल। प्रखंड मुख्यालय अवस्थित सहदेव प्रसाद यादव कॉलेज के प्रांगण में एकल विद्यालय अभियान के तहत आचार्य एवं आचार्या का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन समाजसेवी सुधीर शर्मा ने किया।
अरवल। प्रखंड मुख्यालय अवस्थित सहदेव प्रसाद यादव कॉलेज के प्रांगण में एकल विद्यालय अभियान के तहत आचार्य एवं आचार्या का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन समाजसेवी सुधीर शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि एकल विद्यालय अभियान एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है।इसके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को संस्कार युक्त शिक्षा दी जाती है । आज के परिवेश में संस्कार युक्त शिक्षा का बहुत महत्व है। बच्चे संस्कारी बने तभी जीवन की जटिलताओं से उभर सकते हैं। कॉन्वेंट शिक्षा से बच्चे पढ़ रहे हैं लेकिन उनमें संस्कार का अभाव देखा जा रहा है । प्राचीन संस्कृति संस्कार युक्त शिक्षा का महत्व था जिसके फलस्वरूप संस्कार से समाज मजबूत होता था। आपसी एकता की भावना बढ़ती थी । जो बच्चे संस्कारी नहीं होते हैं वह बड़े होकर परिवार तथा समाज के लिए समस्या खड़ा करते हैं। ऐसे में एकल विद्यालय एक बहुत ही महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आचार्य एवं आचार्या अपने क्षेत्र में जाकर बच्चों को शिक्षित करेंगे। संगठन के जिला प्रभारी अरुण भारती ने कहा कि एकल विद्यालय के संचालन में 56 सदस्यों की समिति बनाई जाती है जो एकल विद्यालय के संचालन एवं समाज में सामाजिक समस्याओं को दूर करने के लिए कार्य करती है। वन बंधु परिषद द्वारा इसका संचालन किया जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह पवन कुमार ने संस्कार युक्त शिक्षा की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस मौके पर रणविजय शर्मा, मदन मिश्रा, रामदयाल पासवान, धनंजय कुमार, सुभाष सिंह ,संतोष पासवान, गुड़िया देवी ,माया देवी समेत कई लोग उपस्थित थे।