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शिक्षा अर्जित करने की उम्र में बच्चे बनेंगे श्रमिक तो कैसे संवरेगा देश का भविष्य

अरवल। सदर प्रखंड के कोरियम उच्च विद्यालय में सीसीएचटी ने शनिवार कोबाल दु‌र्व्यपार मुक्त भारतकार्यक्रम के तहत जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 12:39 AM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 06:14 AM (IST)
शिक्षा अर्जित करने की उम्र में बच्चे बनेंगे श्रमिक तो कैसे संवरेगा देश का भविष्य
शिक्षा अर्जित करने की उम्र में बच्चे बनेंगे श्रमिक तो कैसे संवरेगा देश का भविष्य

अरवल। सदर प्रखंड के कोरियम उच्च विद्यालय में सीसीएचटी ने शनिवार को'बाल दु‌र्व्यपार मुक्त भारत'कार्यक्रम के तहत जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता सत्येंद्र कुमार शांडिल्य एवं उद्घाटन स्थानीय सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी ने किया। इस मौके पर सांसद ने अपने संबोधन में कहा कि देश में मानव तस्करी,बाल श्रम,बाल विवाह,बाल यौन शोषण एवं दु‌र्व्यपार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।यह बेहद ही चिता का विषय है।क्योंकि किसी भी देश की सबसे बड़ी पूंजी वहां के बच्चे,मानव संसाधन ही होते हैं।अगर बच्चे शिक्षा अर्जित करने के उम्र में श्रमिक बनने लगेंगे तो फिर देश का भविष्य कैसे संवरेगा।उन्होंने कहा कि मानव तस्कर लोगों की गरीबी ,अशिक्षा एवं बेरोजगारी के कारण बच्चों को शिकार बना लेते हैं।उन्होंने कहा कि इसी तरह पढ़ने के उम्र में बच्चियों का बाल विवाह कर देश की आधी आबादी को मुख्यधारा से अलग किया जा रहा है।इसकी स्थिति इतनी भयावह है कि 42 फीसद लड़कियों का विवाह उस समय कर दिया गया जब वह बच्ची थी।हालांकि सरकार ने बच्चों को स्कूली शिक्षा से जोड़ने के लिए नि:शुल्क किताब,भोजन,पोशाक ,छात्रवृति एवं नि:शुल्क साइकिल वितरण जैसी योजनाएं चला रही है।इसके अलावा सरकार बाल कल्याण ,बाल संरक्षण समिति एवं सीसीएचटी जैसे सामाजिक संघटनों के साथ मिल कर सामाजिक,आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास के लिए काम रही है।उन्होंने कहा कि सरकार ने तस्करों से निपटने के लिए एवं मुक्त किए बच्चों के पुनर्वास के लिए जेजे एक्ट,समेकित बाल संरक्षण योजना,बाल गृह ,आश्रय गृह ,विशिष्ट गृह ,अवलोकन गृह एवं अन्य कई व्यवस्था बनाई है।उन्होंने कहा कि आमलोगों को भी बच्चों को श्रम मुक्त एवं बाल विवाह एवं दु‌र्व्यपार रोकने के लिए आगे आने होगा।क्योंकि कई बार कई सामाजिक संघटन बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करा देते हैं उसके बाद भी अभिभावक थोड़े पैसे की चाह में अपने बच्चों को फिर से भेज देते हैं।इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में अभी भी कई लोग लड़कियों को उच्च शिक्षा देने के बजाय उनका कम उम्र में ही शादी कर देते है।किसी के झांसे और लालच में आकर स्वयं या परिवार के बच्चे को किसी के साथ दूसरे जगह भेज देते हैं।जहां उन्हें बेच दिया जाता है।बंधुआ मजदूर बना दिया जाता है।इस तरह के मामले को रोकने के किये जनजागरण की जरूरत है।लोगों को सामाजिक स्तर और जागरूक होना होगा।इस मौके पर जदयू के जिलाध्यक्ष मंजू कुमारी, पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र पटेल ,भाजपा नेता आनंद चंद्रवंशी, नरेंद्र चंद्रवंशी, लोजपा नेता सत्येंद्र रंजन, भाजपा महिला मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुनीता सिन्हा, शैल कुमारी, वाई के गौतम सहित कई लोग उपस्थित थे।

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