श्रुति मामले में 15 दिनों बाद एक कदम आगे बढ़ी पुलिस
अररिया। श्रुति सुसाइड मामले में पुलिस की कार्रवाई का दायरा बढ़ने के बदले सरक रहा है। अ
अररिया। श्रुति सुसाइड मामले में पुलिस की कार्रवाई का दायरा बढ़ने के बदले सरक रहा है। अब इस मामले में पुलिस ने श्रुति के पति का मोबाइल खोलकर जांच शुरू करने का मन बनाया है।
इसके लिए फारबिसगंज डीएसपी गौतम कुमार ने गौरव कुमार को फोन का मोबाइल अनलॉक करने के कोड के बारे में पूछा है। वहीं मामले को लेकर अब पुलिसिया कार्रवाई पर भी सवाल उठने लगा है। इस मामले में भाजपा अनुसूचित मोर्चा के क्षेत्रीय प्रभारी संतोष ऋषि ने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, अनुसूचित जाति आयोग से मामले की जांच की मांग की है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि आरोपित दारोगा को बचाने का हो रहा प्रयास। मोर्चा के क्षेत्रीय प्रभारी ने सीएम के साथ-साथ डीजीपी, आइजी आदि को आवेदन देकर आरोपित दरोगा किग कुंदन को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है तो पुलिस को आरोपित दारोगा के घर का कुर्की जब्ती करनी चाहिए। श्रुति आत्म हत्या मामले में आरोपित दरोगा कुंदन पर श्रुति को आत्म हत्या के लिए उकसाने का आरोप है। श्रुति के पति ने चार सितंबर को सिमराहा थाना में तत्कालीन नरपतगंज के थानेदार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के इतने दिन बाद भी पुलिस इस बात को भी सामने नहीं ला सकी की श्रुति ने आत्महत्या की थी या उसकी हत्या हुई थी। उनका कहना है कि फंदे से लटके श्रुति का पैर का अंगूठा जमीन में सटा तो ऐसे में शक उत्पन्न होना लाजिमी है। श्रुति के पति द्वारा लगाए हुए आरोप को बिदुवार जांच, आरोपित दारोगा और उसकी पत्नी तथा श्रुति के बीच के ऑडियो, वीडियो, चैट की सघन जांच होना जरूरी है। परंतु अभी तक जांच अधिकारी द्वारा इस दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं करना और छुट्टी पर चले जाना कहीं आरोपित दारोगा को बचाने का साजिश तो नहीं है। ऐसा जानबूझ कर तो नहीं किया जा रहा कि आरोपित दरोगा को अग्रिम जमानत मिल सके। आरोपित दरोगा की पत्नी से भी पुलिस पूछताछ नहीं बाकी है। इसके आलावा ऋषि ने पुलिस पर कई सवाल खड़े करते ही कई अहम बिदुओं पर जांच की मांग की है। ताकि अनुसूचित महिला कांस्टेबल श्रुति के पति को इंसाफ मिल सके। हालांकि पुलिस ने अनुसंधान करने में बेहद सुस्ती बरती है। ऐसे में शुक्रवार को आरोपित दारोग के जमानत पर भी अररिया कोर्ट में सुनवाई थी। अब सुनवाई की तिथि शनिवार की निर्धारित की गई है। केस डायरी भी कोर्ट में नहीं भेजा गया है।