मैं रहूं या ना रहूं बिहार बढ़कर रहेगा..
संवाद सूत्र बलुआ बाजार (सुपौल) भारत सरकार के पूर्व रेलमंत्री स्व. ललित नारायण मिश्र की 48वीं
संवाद सूत्र, बलुआ बाजार (सुपौल): भारत सरकार के पूर्व रेलमंत्री स्व. ललित नारायण मिश्र की 48वीं पुण्यतिथि के मौके पर बलुआ बाजार स्थित समाधि स्थल पर सोमवार को चाक चौबंद व्यवस्था के बीच उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। ललित बाबू के पैतृक गांव बलुआ बाजार में आयोजित राजकीय समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू शामिल हुए। हालांकि जल संसाधन व जिला प्रभारी मंत्री संजय झा जरूरी कार्यवश इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। लेकिन कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मोबाइल के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। इधर, निर्धारित समय से पूर्व पहुंचे मंत्री का जिला प्रशासन व गणमान्य लोगों के द्वारा स्वागत किया गया। जिसके बाद कार्यक्रम का आगाज किया गया। मंत्री के साथ स्व ललित बाबू के छोटे पुत्र संजय मिश्र, जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार, नवपदस्थापित पुलिस अधीक्षक डी अमरकेश सहित अन्य लोगों ने सर्वप्रथम समाधि स्थल स्थित ललितेश्वर नाथ शिव मंदिर पहुंचे। जहां विद्वान पंडित आचार्य धर्मेन्द्रनाथ के द्वारा मंत्रोच्चारण के बीच शिवलिग की पूजा अर्चना की गई। तत्पश्चात ललित बाबू के सम्मान में शस्त्र झुकाकर खड़े सशस्त्र बलों ने शोक सलामी दी। जिसके बाद मंत्री सहित अन्य ने ललित बाबू की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देते श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उसके बाद मंच पर मंत्री , जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर कोसी इलाके से पहुंचे जनप्रतिनिधि, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि के अलावे गणमान्य लोगों ने भी ललित बाबू की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता व मंच संचालन बलुआ पैक्स अध्यक्ष प्रभात मिश्र के द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज के आयोजित इस कार्यक्रम के माध्यम से हमलोग क्षेत्र के उद्धारक स्व ललित बाबू का बलिदान दिवस मनाते हैं। ललित बाबू जैसे शख्शियत के बारे में बोलने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अपने जीवनकाल में उन्होंने हर क्षेत्र में विकास की ऐसी नींव रखी जिसपर हमलोग चलने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि उनका जो अधूरा सपना था उसे पूरा करने की कोशिश करेंगे। कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उनका हर सपना पूरा करने की दिशा में काम किया जा रहा है। चाहे वह क्षेत्र रेल का हो या अन्य। उन्होंने इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से अवगत कराया। हर युवा को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा आत्मनिर्भर बिहार से जुड़ने की अपील की। वहीं जल संसाधन मंत्री ने कार्यक्रम में मोबाइल के माध्यम से लोगों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इतने बड़े शख्शियत की मौत कैसे हुई इसके बारे में आजतक जांच रिपोर्ट नहीं आई है। जिसके कारण उनकी मौत आज भी लोगों के लिए अबूझ पहेली बनकर रह गई है। उनके कार्यकाल में रेल लाइन का जाल बिछाने का एक ड्रीम प्रोजेक्ट था जो धीरे धीरे पूरा होता नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल ललितग्राम स्टेशन परिसर में उसकी प्रतिमा लगाने के लिए रेलमंत्री को एक पत्र भी लिखा गया है। जल्द ही ललितग्राम स्टेशन परिसर में ललित बाबू की प्रतिमा लगाई जाएगी। पूर्व विधायक उदय गोइत ने क्षेत्र के प्रति उनके प्रेम और समर्पण को रेखांकित किया। वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि उन्होंने हमेशा क्षेत्र के विकास के बारे में सोचा। सही मायने में उनकी सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम उनके बताए रास्ते पर चलें। अंत में उन्होंने कहा कि ललित बाबू की वाणी थी कि 'मैं रहूं या ना रहूं, बिहार बढ़ कर रहेगा। त्रिवेणीगंज एसडीएम एसजेड हसन ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम समापन की घोषणा की। मौके पर पूर्व विधायक प्रमोद सिंह, एसडीपीओ गणपति ठाकुर, वीरपुर एसडीएम सत्येंद्र कुमार यादव, एसडीपीओ पंकज कुमार मिश्रा, पनोरमा सीएमडी संजीव मिश्र, छातापुर आरडीओ रितेश कुमार सिंह, सीओ उपेंद्र सिंह, बसंतपुर आरडीओ कुमार मनीष भारद्वाज, छातापुर पीओ कौशल राय, ललित बाबू के बड़े पुत्र विजय मिश्र,मुखिया सीतानंद झा सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।