कोरोना के कारण फीकी रही रमजान में बाजार की रौनक
संवाद सूत्र फुलकाहा (अररिया) रमजान के 23 वें दिन गुरुवार को भी कोरोना काल के दौरान नर
संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया): रमजान के 23 वें दिन गुरुवार को भी कोरोना काल के दौरान नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के बाजारों की रौनक फीकी दिखी। आमतौर पर रमजान माह में बाजारों की रौनक देखने लायक होती थी, कितु कोरोना काल में फंसे आम जनजीवन पटरी से काफी दूर खिसक चुकी है। आर्थिक तंगी के कारण लोगों की जेबें फिलवक्त खाली हैं। ऐसी हालत में कुछ संपन्न अल्पसंख्यक परिवार जरूरतमंदों की मदद तो कर रहे हैं कितु इसे पर्याप्त नहीं माना जा रहा है। हालांकि रमजान के पहले दिन से हीं कई अति आवश्यक वस्तुओं सहित कुछ जरूरत किस चीजों के दुकान शारीरिक दूरी रखने की बाध्यता के साथ खोलने का सरकारी आदेश जारी किया गया लोगों के लिए यह बड़ी राहत की बात है। पाक माह रमजान के संबंध में बताया गया है कि इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक नौवें महीना में रमजान होता है जबकि अंग्रेजी महीने में अप्रैल-मई के बीच रमजान शुरू होता है एक माह तक इसमें रोजा यानी उपवास रखा जाता है सूर्योदय से सूर्यास्त तक बिना अन्न जल के उपवास रखने की परंपरा है। रमजान माह को लेकर कहा जाता है कि इस माह जन्नत के दरवाजे खुले रहते हैं और हर नेकी का सत्तर शबाब रोजा रखने वाले लोगों को मिलता है। गुनाहों से तौबा की जाती है। इस माह जकात यानी दान पुण्य करने का बड़ा ही महत्व है। कहते हैं अल्लाह के दूत पैगंबर के समय से ही रमजान होता आ रहा है यह वर्ष 610 के समय से हो रहा है। बहरहाल वर्ष 2021 के रमजान आम वर्षों से अलग इसलिए माना जा रहा है क्योंकि रमजान सरकार की गाइडलाइन के बीच कोरोना काल में हो रहा है इसलिए कई तरह की सावधानी एवं चुनौतियों का सामना रोजेदारों को करना पड़ सकता है खासकर शारीरिक दूरी एवं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा। फुलकाहा एपीएचसी प्रभारी डॉ. रजीउद्दीन ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से पूरे विश्व मे हाहाकार मचा हुआ है। भारत में अभी सबसे ज्यादा तांडव मचा हुआ है इसलिए शारिरिक दूरी का ख्याल रखते हुए,सरकार द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए हुए हीं रमजान मनाए। किसी तरह के भीड़भाड़ से दूर रहे अन्यथा आपकी जान खतरे में आ सकती है।