बंदियों के लिए मास्क पहनना हुआ अनिवार्य
अररिया। कोरोना वायरस संक्रमण एक बड़ी समस्या है। इससे बचने को लेकर हर लोगों को सुरक्षात्मक
अररिया। कोरोना वायरस संक्रमण एक बड़ी समस्या है। इससे बचने को लेकर हर लोगों को सुरक्षात्मक उपाय पर गंभीरता से ध्यान केंद्रित करना जरूरत की मांग है। उक्त बातें शनिवार को सिविल कोर्ट परिसर में संपन्न अंडर ट्रायल रिव्यू कमिटी की बैठक में जिला जज सह डीएलएसए अध्यक्ष पीयूष कमल दीक्षित ने कही। वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से बैठक आयोजित हुई। जिसमें कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण सहित जेल के अंदर महामारी नहीं फैले इस पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में जिला प्रशासन की ओर से अररिया के एडीएम अनिल कुमार ठाकुर, पुलिस प्रशासन की ओर से डीएसपी पुष्कर कुमार, अररिया सिविल कोर्ट के एसीजेएम सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धीरेंद्र कुमार, कारा अधीक्षक, प्रभारी लोक अभियोजक लक्ष्मी नारायण यादव आदि शामिल हुए थे। कारा अधीक्षक ने कहा कि बिहार सरकार के दिशा-निर्देश पर वर्तमान परिस्थिति के आलोक में अररिया जेल भेजे जा रहे नवागंतुक बंदियों को अररिया जेल भेजे से पूर्णिया केंद्रीय कारा और महिला बंदियों को दलसिंहसराय जेल भेजा जा रहा है। इन बंदियों को उक्त स्थान पर एक अलग खंड में रखा जाएगा। ताकि इन नए बंदियों को 14 से 21 दिन तक के लिए कोरेनटाइन में रखा जा सके। वर्तमान में जेल के अंदर कोई भी बंदी कोरेना पॉजिटिव नहीं है। साथ ही मंडल कारा की स्थिति पूर्णतया सामान्य और नियंत्रण में है। जबकि कारा के अंदर साफ-सफाई एवं शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है। बंदियों को मास्क पहनना अनिवार्य है।जिला जज सह डीएलएसए अध्यक्ष दीक्षित ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण एक बड़ी समस्या है। इसके मद्देनजर जेल में कैदियों के बीच इस संक्रमण से बचने को लेकर उन्हें सुरक्षात्मक उपायों पर गंभीरता से ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।