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धूमधाम से मनाई गई धन्वंतरी की जयंती

अररिया। फारबिसगंज प्रखंड की तिरसकुंड पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय आदिवासी टोला मधुरा में श्

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Nov 2020 12:03 AM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 12:03 AM (IST)
धूमधाम से मनाई गई धन्वंतरी की जयंती
धूमधाम से मनाई गई धन्वंतरी की जयंती

अररिया। फारबिसगंज प्रखंड की तिरसकुंड पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय आदिवासी टोला मधुरा में शुक्रवार को धूमधाम के साथ धन्वंतरी जयंती राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में अनेक औषधीय पौधे लगाए गए। वही प्रधानाध्यापक राजीव रंजन ने अपने संबोधन में कहा की प्रकृति ने हमें पर्यावरण के रूप में अनेक अनमोल उपहार दिया है जो हमारे सांसों धड़कनों को बनाए रखते हैं ।जीवन जीने में जितने भी चीजों की आवश्यकता होती है वह सारे हमें पर्यावरण से मिल जाते हैं सांस लेने के लिए हवा पीने के लिए पानी तथा खाने के लिए अनाज फल सब्जी इत्यादि। लेकिन मनुष्य इस अमूल्य सौगात का अंधाधुंध अपने स्वार्थ के लिए प्रयोग करता है जो आने वाले पीढ़ी के लिए खतरे का सूचक है। इसके साथ प्लास्टिक के प्रयोग व फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुआओं से पर्यावरण काफी प्रदूषित हो चुकी है इन्हें बचाना प्रत्येक मनुष्य का परम कर्तव्य है। अत: धन्वंतरी जयंती के अवसर पर यह प्रण लेकी ज्यादा से ज्यादा पट्ठाखे एवं अन्य ज्वलनशील पदार्थ जो प्रकृति को नुकसान पहुंचाए उनका प्रयोग हम नहीं करेंगे। वहीं सरयू मिश्रा मेमोरियल ट्रस्ट के स्वयंसेवक चार्लेस किस्कू ने संथाली भाषा में प्रर्यावरण बचाने के लिए लोगों से अपील की। इस अवसर पर साबुन, मास्क, मिठाईयां व बुजुर्गों को च्यवनप्राश दिया गया। ऋषि धनवंतरी के साथ साथ राय कृष्णदास और महाराज रणजीत सिंह को भी याद किया गया। इस अवसर पर भु दाता अंबिकानंद ठाकुर, पूर्व उपमुखिया मुंशी मरांडी, शिक्षक, रसोइया व अन्य ग्रामीण मौजूद थे।

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