नदी हुई विकराल, घरों में पानी, लोग बेहाल
अररिया। जिले में बाढ़ की स्थिति बिकराल बनी है। घरों में बाढ़ का पानी अब भी घुसा हुआ है।
अररिया। जिले में बाढ़ की स्थिति बिकराल बनी है। घरों में बाढ़ का पानी अब भी घुसा हुआ है। लोग सड़क किनारे गुजर बसर कर रहे है। सिकटी प्रखंड क्षेत्र में बकरा, नूना व घाघी नदी की बाढ़ के कारण अभी भी सौ से अधिक घरों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है। जबकि दर्जनों जगह सड़क संपर्क ध्वस्त हो गया है। बाढ़ के कारण लोग बेहाल ने हैं।
नदियों के उफान से ग्रामीण आवागमन बड़ी समस्या बनगयी है। कनकई नदी में बाढ़ से खुट्टी, हड़वा, पीडब्लूडी सड़क पर टूटने का खतरा मडराया। प्रखंड क्षेत्र के नदियों के उफनाने से जलस्तर में शुक्रवार को भी वृद्धि दर्ज की गयी है। इससे कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। वहीं खुटी चौक से होकर हड़वा चौक जाने वाली पीडब्लूडी सड़क पर बारा गांव के निकट टूटने का खतरा मडरा रहा है। एक फीट पानी अगर बढ़ा तो सड़क में ओवरफ्लों हो जाएगा जिससे दर्जनों गांव बाढ़ से प्रभावित हो सकता है। जिस तरह से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है ग्रामीणों में बाढ की आशंका सताने लगी है।
फारबिसगंज के पूर्वी क्षेत्र की स्थिति भी भयावह बनी हुई है। कई गांवों में घरों का पानी घुस गया है। मुड़बल्ला, खवासपुर अम्हारा पथ में जगह जगह दो से तीन फीट से अधिक बह रहा है। कई जगह सड़कों पर पानी बह रहा है।
बाढ़ की आशंका लोगों में बना हुआ है। गरीब भय के साये में जी रहे है। उनकें घर चुल्हे भी नहीं जल रहे है। उन्हें यह ¨चता सताने लगी है कि कहीं इस बार भी इससे पूर्व आयी बाढ़ से पूरी तरह बर्बाद हो गए थे। इस बार भी कहीं वहीं पुनरावृत्ति न दोहरा दे। बाढ़ के पानी ने गरीब गुरबों व पीडितों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। कई दिनों से गरीबों के घर चुल्हे नहीं जले है। बच्चे भूख से बिलबिला रहे है। लेकिन अबतक राहत सामग्री पीड़ितों को मुहैया नहीं कराया गया। तारण, मझुआ, रमरै, डकैता, मजकुरी, मटियारी आदि गांव में बकरा कनकई नदियों में आयी बाढ से दो दर्जन गांव बाढ़ से प्रभावित है।