मांगों को लेकर सेविका सहायिका ने दिया धरना
अररिया। बाल विकास परियोजना से जुड़ी जिले की आगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं ने गुरुवार को अ
अररिया। बाल विकास परियोजना से जुड़ी जिले की आगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं ने गुरुवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया। नेताजी सुभाष स्टेडियम अररिया में आयोजित धरना प्रदर्शन में जिले के सभी नौ प्रखंडों के सेविका और सहायिकाएं शामिल हुईं । इनकी मुख्य मांगो में सेवा स्थाई कर मानदेय 18 हजार रुपये करना शामिल है। बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के आह्वान पर राज्यब्यापी धरना के तहत गुरुवार को सभी आगनबाड़ी केंद्र बंद रहे ।धरना पर बैठी सेविका, सहायिका ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनलोगों ने कहा एक ओर मोदी जी और नीतीश जी महिला सशक्तीकरण की बात करते हैं लेकिन दूसरी ओर महिला का शोषण सबसे ज्यादा इन्हीं दोनो के द्वारा ही किया जा रहा है। स्टेडियम से नारा लगाते सीधे सभी आंगनबाड़ी सेविका सहायिका समाहरणालय पहुंची जहां अपनी पंद्रह सूत्री मांगों का ज्ञापन जिला पदाधिकारी को सौंपा है। धरना स्थल पर अध्यक्ष सुनीता देवी, महासचिव सुमन देवी, सबुहि नसरीन, बीबी नाहिद, शहजादी खातून, ¨रकी देवी, जहां आरा, मीरा देवी, वाजेदा तबस्सुम, हीरा देवी, सारिका, साबिस्ता,वाजदा ,शारदा देवी, कौसरी, होमा परवीन, शाइस्ता बेगम, तबसुम •ाुबैर, गुलशन आरा समेत सैकड़ो सेविका -सहायिका मौजूद थीं। मानदेय मामूली बढ़त, कैबिनेट की मुहर
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के लिए मानदेय बढ़ाने पर मुहर लगा दी। यह जानकारी देते हुए मौके पर आंगनबाड़ी सेविकाओं ने कहा कि मानदेय के रुप में केंद्र सरकार सेविकाओं को तीन हजार रुपये प्रतिमाह मिलता है, 45,00 रुपये मिलेगा। आशा का मानदेय एक हजार से बढ़ाकर दो हजार रुपये किया गया है। वहीं मिनी आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका को अब 22 सौ रुपये स्थान पर 35 रुपये मिलेंगे। वहीं आंगनबाड़ी सहायिका के मानदेय में 750 रुपये की वृद्धि करते हुए 2250 रुपये कर दिया गया है जो 18 हजार रुपये प्रति मानदेय से बहुत ही कम है। इसके अलावा 250 से 500 रुपये प्रतिमाह प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन राशि सेविका और सहायिका को भुगतान होगा। गौरतलब है कि बिहार सरकार के तरफ से भी आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को 750 रुपये का मानदेय भुगतान प्रति माह किया जा रहा है। विदित है कि आगनबाड़ी सेविका को फिलहाल इस समय 3,750 और सहायिका को 1,750 रुपये प्रति माह मानदेय मिल रहा है। जबकि प्रति माह प्रति केंद्र के पोषाहार के लिए 21 हजार रुपये दिए जाते हैं।