नृत्य और संगीत कला में दर्जनों बच्चों को प्रेरणा दे रहीं हैं शिक्षा
अररिया। पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी जिले का सम्मान बढ़ाने में कहीं पीछे नहीं रही हैं।
अररिया। पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी जिले का सम्मान बढ़ाने में कहीं पीछे नहीं रही हैं। नृत्य और संगीत कला की दुनिया में प्रेरणा परिचय की मोहताज नहीं है।
प्रेरणा प्रसिद्ध तबला वादक रविकांत झा, जहानपुर, थाना जोकीहाट, जिला अररिया की पत्नी हैं। प्रेरणा झा मुंबई में रहकर अपना कथक कला केंद्र चला रही है। जहां दर्जनों बच्चों को अब तक कत्थक नृत्य सिखा कर सुर्खियां बटोरी हैं। इतना ही नहीं वे कथक की एक कुशल नृत्यांगना भी है। उन्हें महाराष्ट्र सरकार से लेकर कई संस्थाओं की ओर से दर्जनों पुरस्कार मिल चुका है। प्रेरणा के गुरु रमादेवी लच्छू महाराज हैं । वे लखनऊ घराने से तालु्लकात रखते हैं। आठ वर्ष की उम्र से ही प्रेरणा कथक की ओर प्रेरित हुई। अखिल भारतीय गंदर्भ महाविद्यालय महाराष्ट्र से विशारद की डिग्री प्राप्त की है। प्रेरणा कथक कला और नृत्य में महारत हासिल कर ली है। आज वे परिचय की मोहताज नहीं है। देश के महाराष्ट्र, गुजरात सहित विभिन्न भागों में कथक का बेमिसाल प्रदर्शन कर सुर्खियां बटोरी हैं। प्रेरणा के इस अभियान में उनके पति रविकांत भी पूरा पूरा सहयोग कर रहे हैं। प्रेरणा दर्जनों बच्चों को कथक की शिक्षा देकर उन्हें मुकाम तक पहुंचाई है। उनका कहना है कि बच्चों को जिस क्षेत्र में रूचि हो उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने में सहयोग करना चाहिए ताकि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके। प्रेरणा अपना संगीत
विद्यालय सागरिका कला केंद्र में दर्जनों बच्चों को कथक की शिक्षा दे रहीं हैं। प्रेरणा ने बताया कि बिहार सरकार से यदि सहयोग मिले तो बिहार में भी कथक प्रशिक्षण केंद्र संचालित कर वहां के बच्चों को देश स्तर पर तैयार किया जा सकता है। बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है।