मानव जीवन के लिए प्रकृति ही सहारा : स्वामी सत्यानन्द
अररिया। ईश्वर के द्वारा प्रदत्त चीजों से मानव का जीवन चलता है। हवा धूप पानी प्रकृति प्रदत्त है।
अररिया। ईश्वर के द्वारा प्रदत्त चीजों से मानव का जीवन चलता है। हवा, धूप, पानी, प्रकृति प्रदत्त है। ईश्वर की प्राप्ति ही मानव जीवन का एक मात्र ध्येय है। बिना सत्संग एवं ध्यान किए बिना मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती। कई योनि भटकने के बाद मानव शरीर प्राप्त होता है। मानव शरीर सिर्फ भक्ति के लिए मिलती है। अगर इस जीवन में सत्संग ध्यान नहीं किए तो उसे काफी दुख सहना पड़ेगा। उक्त बातें मुख्यालय स्थित जामुन घाट दोस्ती मेला के मैदान में दो दिवसीय संतमत सत्संग ध्यान अधिवेशन में संतमत के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता पूज्य स्वामी सत्यानंद जी महाराज ने कही। इस सत्संग समारोह में पूज्य शम्भू बाबा, शुद्धानंद बाबा, सुनील बाबा व विवेक बाबा ने अपने प्रवचन से लोगों को लाभान्वित किया। वहीं, शुभांरभ में कुमारी अनु ने स्वागतगान गाकर सत्संग प्रेमियों का मन मोह लिया। मंच संचालन हलेश्वर प्रसाद यादव ने किया। छोटे लाल पंजियार के द्वारा अभिनंदन पाठ किया गया। आयोजन को सफल बनाने में कुमार मंडल, तेज नारायण यादव, दिनेश कुमार यादव, उपेंद्र यादव, तारणी पोद्दार, गिरानंद मंडल, बलराम यादव, देवन मंडल, नवल किशोर ¨सह, विन्देश्वरी यादव आदि का सक्रिय योगदान रहा।