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स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए निरंतर हो रहा प्रयास: सीएस

जिले में एएनसी जांच व संस्थागत प्रसव संबंधी मामलों में हो रहा सुधार -सिविल सर्जन की अध्यक्षता में

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Jul 2022 12:10 AM (IST)Updated: Sun, 03 Jul 2022 12:10 AM (IST)
स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए निरंतर हो रहा प्रयास: सीएस
स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए निरंतर हो रहा प्रयास: सीएस

जिले में एएनसी जांच व संस्थागत प्रसव संबंधी मामलों में हो रहा सुधार

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-सिविल सर्जन की अध्यक्षता में विभागीय योजनाओं की हुई गहन समीक्षा

बाढ़ प्रभावित इलाकों में नियमित रूप से मेडिकल कैंप आयोजित करने का दिया निर्देश

दवाओं की बर्बादी को कम करने के लिये पहल जरूरी

फोटो नंबर 02 एआरआर 14

जासं, अररिया: स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। कोविड टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, एएनसी जांच व बाढ़ ग्रस्त इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। एएनसी जांच व संस्थागत प्रसव में अभी और सुधार की जरूरत है। यह बातें

शनिवार को स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण योजनाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग की सदर अस्पताल में हुई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सिविल सर्जन डा. विधान चंद्र सिंह ने कही। बैठक में स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण योजनाओं की गहन समीक्षा की गयी। योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक बेहतर उपलब्धि को लेकर जरूरी निर्देश दिये गये। बैठक में कोविड टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, एएनसी जांच व बाढ़ ग्रस्त इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही स्वास्थ्य संस्थानों में जरूरी दवाओं की उपलब्धता व इसके रखरखाव को लेकर कई जरूरी दिशा निर्देश सिविल सर्जन ने संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को दिये।

सिविल सर्जन डा. विधान चंद्र सिंह ने कहा कि बीते कुछ महीने के दौरान जिले में एएनसी जांच व संस्थागत प्रसव संबंधी मामलों में सुधार देखा जा रहा है। खासकर गर्भवती महिलाओं के चतुर्थ एएनसी जांच के नतीजों पर उन्होंने संतोष व्यक्त की। चतुर्थ एएनसी के मामले में उपलब्धि बढ़कर 80 फीसद पर पहुंच चुकी है। सिविल सर्जन ने कहा कि एएनसी जांच व संस्थागत प्रसव में अभी और सुधार की जरूरत है। जिले में संभावित बाढ़ के खतरों के प्रति अधिकारियों को सचेत करते प्रभावित इलाकों में नियमित रूप से मेडिकल कैंप आयोजित करने व जिक, ओआरएस दवाओं का वितरण व ब्लीचिग पाउडर व चूना के छिड़काव की प्रक्रिया में उन्होंने तेजी लाने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य इकाई जहां बाढ़ की वजह से लोगों की पहुंच सीमित हो चुकी है। उन स्थानों पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित किये जाने को लेकर वैक्लपिक इंतजाम तलाशने का निर्देश दिया।

टीकाकरण की प्रक्रिया में लायें तेजी :

सिविल सर्जन ने कहा कि कोरोना टीकाकरण विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार है। इसमें बिना किसी लापरवाही के उपलब्धियों में सुधार को लेकर उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने हर हाल में निर्धारित रोस्टर के मुताबिक कर्मियों की ड्यूटी का निर्धारण व इसका सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। इमरजेंसी, ओपीडी में प्रतिनियुक्त कर्मियों के ड्यूटी रोस्टर का अस्पताल में सार्वजनिक प्रदर्शन सुनिश्चित कराने को कहा।

दवाओं की बर्बादी को कम करने का करें प्रयास :

समीक्षात्मक बैठक में जरूरी दवाओं की उपलब्धता, इसके रखरखाव व इससे संबंधित डेटा के संधारण को लेकर विस्तृत चर्चा की गयी। डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने कहा कि दवाओं की बर्बादी को कम करने के लिये पहल जरूरी है। इसके लिये इक्सपायरी डेट के करीब आने से पूर्व इसकी खपत सुनिश्चित करायी जाये। बैठक में डॉ रेशमा रेजा, डॉ जमील, डा. जावेद, डा आशुतोष कुमार, डा संजय कुमार, डा संतोष कुमार सहित पीएचसी प्रभारी, बीएचएम व संबंधित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।


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