चैती नवरात्र आज से, चहुंओर भक्तिमय माहौल
अब जबकि लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंका जा चुका है। गांव के खेत-खलिहान समेत चौपाल में प्रत्याशियों के जीत-हार पर बहस जारी है। बावजूद कोसी विस्थापित लोग इन बातों से बेखबर अपनी समस्या का रोना रो रहे हैं। कहते हैं कोई जीते कोई हारे कुछ लेना देना नहीं। कोसी नदी के कटाव से बर्बाद हुए लोगों की पुनर्वास की आस कई वर्ष के बाद भी पूरी नहीं हो सकी है। हालांकि इस बीच इन्हें कई बार बसने के लिए ठौर उपलब्ध कराने का आश्वासन मिलता है लेकिन यह आश्वासन अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
संवाद सूत्र, करजाईन बाजार(सुपौल): चैती नवरात्र शनिवार से आरंभ हो रहा है। आज से भक्त शक्ति स्वरूपा की आराधना में लीन हो जाएंगे। आज से मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की विधि-विधान से पूजन होगी। नवरात्र को लेकर क्षेत्र के रतनपुर पुरानी बा•ार, सितुहर, समदा गढ़ी आदि जगहों पर स्थित माता के मंदिरों की रौनक बढ़ गई है। समदा गढ़ी स्थित माता के मंदिर में प्रतिमा बनाकर पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही कलश स्थापन के दिन कलश यात्रा भी निकाली जाती है। श्रद्धालुओं ने भी पूजा की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। घरों की साफ-सफाई भी हो चुकी है।
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प्रतिपदा में करें कलश स्थापना
नवरात्र में कलश स्थापना का विशेष महत्व है। मूहूर्त के अनुसार कलश स्थापना से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। आचार्य पंडित धर्मेंद्रनाथ मिश्र ने बताया कि चैती अर्थात वासंतिक नवरात्र में शनिवार को प्रात: काल 8 बजे से लेकर 1 बजे तक कलश स्थापना मुहूर्त अति शुभ माना गया है।