नई कार चलाने से पहले यूजर मैन्युअल पर करें सबसे पहले गौर
एक्सपर्ट मानते हैं कि जब भी आप लोग ड्राइव/वीकेंड पर जाएं तब भी आपको कार में दिए गये यूजर मैन्युअल बुक को जरूर पढ़ना चाइये।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। जब भी आप कोई नई खरीदते हैं तो बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो कार में दिए गये यूजर मैन्युअल को ठीक से पड़ते हैं वरना हकीकत यही है कि लोग यूजर मैन्युअल पर गौर ही नहीं करते। एक्सपर्ट मानते हैं कि जब भी आप लोग ड्राइव/वीकेंड पर जाएं तब भी आपको कार में दिए गये यूजर मैन्युअल बुक को जरूर पढ़ना चाइये। ताकि सफर के दौरान अगर कार में कोई दिक्कत आये तो आपको कार के बारे में सही जानकारी हो। यूजर मैन्युअल बेहद जरूरी भी है और यह
बोनट उठाइए, जांच कीजिए: गाड़ी निकालते ही सबसे पहले हुड यानी बोनट उठाइए और देखिए कि कहीं कोई लीक तो नहीं है। बैटरी साफ है या नहीं और ड्राइव बेल्ट किस हालत में है। अगर बेल्ट टूट रही है या खराब हो रही है तो उसे बदल लीजिए। इंजन
लाइट, टायर्स और विंडशील्ड वाइपर्स: देख लीजिए कि गाड़ी की सभी लाइटें सही चल रही हैं और विंडशील्ड वाइपर्स भी काम कर रहे हैं। टायर्स की जांच कर लीजिए और ब्रेक्स की भी। अगर इनमें कोई भी कमी है तो लापरवाही न करते हुए इन्हें बदल डालिए। साथ ही, हवा भरने की एक मशीन, टूल बॉक्स और स्पेयर टायर्स भी साथ रख लेंगे तो आप बेफिक्र होकर अपने सफर का आनंद ले सकेंगे।
इंजन ऑइल की जांच कीजिए: इंजन ऑइल की जांच करने के लिए कार किसी समतल जगह पर खड़ी कीजिए। गाड़ी स्टार्ट कीजिए और कुछ देर चालू रखिए और फिर इंजन बंद कर दीजिए। एक मिनट इंतजार कीजिए ताकि तेल ऑइल पैन से नीचे उतर जाए। इंजन ऑइल की ड्रिप को बाहर निकालिए, इसे किसी गंदे कपड़े या टिश्यू पेपर से साफ कीजिए और वापस लगा दीजिए। इसे एक बार फिर निकालिए और देखिए कि ड्रिप ऑइल में पूरी डूबी हुई है या नहीं। अगर इंजन ऑइल बहुत ज्यादा काला है तो उसे बदलना ही बेहतर है। अगर ऑइल का लेवल कम है तो थोड़ा और ऑइल डालकर उसे भर दीजिए। अगर आपको लगता है कि आपका इंजन ज्यादा ऑइल ले रहा है तो ट्रिप पर अपने साथ इंजन ऑइल रखना न भूलिए।
इंजन कूलंट देखिए: इंजन कूलंट की जांच करने के लिए आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी होगी। इसे आप बाहर से ही देख सकते हैं। ओवरफ्लो टैंक को देखिए कि उसमें कितना फ्लूइड है। फ्लूइड का लेवल लो और फुल मार्क के बीज में होना चाहिए। यह कहां होता है, इसकी जानकारी आपको मैन्युअल से मिल जाएगी। हां, एक काम आप कर सकते हैं कि कूलंट में थोड़ा पानी मिला सकते हैं। साथ ही, अगर कोई लीक है तो उसे भी सही कराना न भूलिए।
एयर फिल्टर को भी देखिए: अगर आपने लंबे समय से अपनी गाड़ी के एयर फिल्टर नहीं बदले हैं तो उन्हें बदल लीजिए। गंदे एयर फिल्टर से गाड़ी की पावर कम हो जाती है। अच्छी बात यह है कि अगर आप खुद एयर फिल्टर बदलना चाहते हैं, तो मैन्युअल का सहारा लीजिए। इसके साथ सभी ड्राइवर्स को अपना ओरिजिनल लाइसेंस साथ रखना चाहिए। इसके साथ ही आरसी, पीयूसी और कार इंश्योरेंस की फोटोकॉपी रखना न भूलें।
कार की बैटरी चेक करें: लंबे सफर के लिए बैटरी की भी जांच बेहद जरूरी होती है। अगर आपको बैटरी के ऊपर ऐसिड लीक नजर आ रहा है या उसमें कोई टूट-फूट है तो बैटरी बदलना बेहतर होता है। यह जांच लीजिए कि बैटरी टर्मिनल्स टाइट हैं या नहीं। इसके अलावा, अगर आपको गाड़ी स्टार्ट करते वक्त महसूस होता है कि इंजन की आवाज कम आ रही है तो हो सकता है कि बैटरी की लाइफ ज्यादा नहीं बची है।